नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने शुक्रवार (15 ननंबर) को दिल्ली में 82.53 किलोग्राम कोकीन जब्त की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 900 करोड़ रुपए है. इस ऑपरेशन में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया. ये कोकीन की खेप नांगलोई और जनकपुरी क्षेत्रों में एक कूरियर ऑफिस से बरामद की गई और इसे ऑस्ट्रेलिया भेजा जाना था.
इस कार्रवाई के साथ ही एनसीबी, भारतीय नौसेना और गुजरात एटीएस ने गुजरात तट के पास 700 किलोग्राम मेथामफेटामाइन जब्त किया. जानकारी के अनुसार इस ऑपरेशन में आठ ईरानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया. ये दोनों जब्ती एक ही दिन में की गई. जिससे सरकार की नशामुक्त भारत की प्रतिबद्धता साफ झलकती है.
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर एनसीबी को इन सफलताओं के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा “एक ही दिन में नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ लगातार बड़ी कार्रवाई मोदी सरकार की नशामुक्त भारत की अडिग प्रतिबद्धता को दर्शाती है. हमारी नशीले पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई ‘नीचे से ऊपर’ के दृष्टिकोण पर आधारित है और ये अभियान लगातार जारी रहेगा.”
एनसीबी अधिकारियों का कहना है कि इस ड्रग्स सिंडिकेट का नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय लेवल पर फैला हुआ है. गिरफ्तार किए गए आरोपी दिल्ली और सोनीपत के रहने वाले हैं. अधिकारियों ने कहा कि जब्त कोकीन की क्वालिटी हाई लेवल की है. जिनकी विदेशी बाजारों में बहुत डिमांड है.
ये पहली बार नहीं है जब राष्ट्रीय राजधानी में इतनी बड़ी ड्रग्स खेप पकड़ी गई हो. 2 अक्टूबर को दक्षिण दिल्ली के महिपालपुर में एक गोदाम से 560 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना जब्त की गई थी. इसकी कीमत करीब 5,620 करोड़ रुपए आंकी गई थी जो दिल्ली का अब तक का सबसे बड़ा ड्रग्स केस था.
महिपालपुर मामले में कथित मास्टरमाइंड तुषार गोयल को गिरफ्तार किया गया था जो दिल्ली कांग्रेस के आरटीआई सेल के अध्यक्ष भी थे. इस मामले ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर युवाओं को नशे की ओर धकेलने और अवैध धन से चुनाव जीतने का आरोप लगाया.
हालिया जब्तियों से ये साबित होता है कि मोदी सरकार नशे के कारोबार पर शिकंजा कसने के लिए पूरी तरह तैयार है. गृह मंत्री अमित शाह की सख्त चेतावनी और एनसीबी की कार्रवाई इस दिशा में बड़े कदम हैं. ऐसे अभियान न केवल देश की सुरक्षा को मजबूत करेंगे बल्कि युवाओं के भविष्य को भी सुरक्षित बनाएंगे.