रायपुर । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल के संरक्षक विभाग के द्वारा ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन हेतु परिचालन, विद्युत परिचालन , यांत्रिक, सिग्नल एवं दूरसंचार, इंजीनियरिंग तथा राजभाषा विभाग के कर्मचारियों के साथ रेलवे इंस्टिट्यूट इंजीनियरिंग कॉलोनी/रायपुर में संरक्षा संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
निम्न बिंदुओं पर चर्चा की गई
- स्पैड से बचाव के लिए बरती जानेवाली सावधानियां
- ऑटोमेटिक सिग्नलिंग सेक्शन में ट्रेन परिचालन के लिए दिये जानेवाले विभिन्न प्राधिकार, शंटिंग के दौरान बरती जानेवाली सावधानियां
- ट्रैक मेंटेनेंस मशीन का कार्य (सामान्य नियम-4.65) ,
- इंजीनियरिंग विभाग के द्वारा बरती जानेवाली शीतकालीन सावधानियां
- पेट्रोलिंग तथा समपार फाटक में कार्य के दौरान गेटकीपर द्वारा बरती जानेवाली सावधानियां,
- ट्रेन में हाॅट एक्सेल, ब्रेक बाइंडिंग, दरवाजा खुलना एवं असमान लोडिंग से बचाव के लिए कैरिज एवं वैगन कर्मचारी , चालक दल, ट्रेन प्रबंधक एवं स्टेशन कर्मचारियों द्वारा की जानेवाली जांच,
- हाल ही में हुई दुर्घटनाओं का विश्लेषण, संरक्षा के क्षेत्र में राजभाषा हिंदी की भूमिका , प्राथमिक उपचार पेटी का प्रदर्शन तथा अग्निशामक यंत्र का उपयोग एवं प्रदर्शन ।
इस संरक्षा सेमिनार में सुरेश चन्द्र, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी/रायपुर के साथ-साथ त्रिनाथ मोहंती , संरक्षा सलाहकार/विद्युत, भूपेश साहू, संरक्षा सलाहकार/यांत्रिक, उमाकांत धकाते, संरक्षा सलाहकार/परिचालन, हरीश चन्द्र कर, संरक्षा सलाहकार/ विद्युत, सुनील कुमार साहू, संरक्षा सलाहकार/सिग्नल एवं दूरसंचार तथा डाॅ. कमल, अनुवादक/राजभाषा ने संरक्षा सेमिनार में महत्वपूर्ण ⁶भूमिका निभाई।
संरक्षा संगठन/रायपुर मंडल के द्वारा प्रत्येक माह में 02 संरक्षा संगोष्ठी का आयोजन रायपुर मंडल के विभिन्न स्टेशनों में किया जाता है। जिससे कर्मचारियों में कार्य करने के दौरान संरक्षा के प्रति जागरुकता लाई जा सके।
उक्त संरक्षा संगोष्ठी में संरक्षा सलाहकार, सुपरवाइजर, एवं फील्ड कर्मचारियों को मिलाकर कुल 58 लोगों ने भाग लिया।