‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ की बड़ी सफलता: SBI ATM फ्रॉड का अंतरराज्यीय अपराधी पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार
गूगल एडवरटाइजमेंट के जरिए 8 लाख की धोखाधड़ी; आरोपी अब्दुल्ला लश्कर हरियाणा और उत्तराखंड में भी दर्ज मामलों में वांटेड

रायपुर । रायपुर पुलिस रेंज ने ‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के एटीएम कार्ड बनाने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी करने वाले एक अंतरराज्यीय साइबर अपराधी को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। रेंज पुलिस महानिरीक्षक (IG) अमरेश मिश्रा के निर्देश पर यह कार्यवाही की गई।
कैसे दिया गया धोखाधड़ी को अंजाम?
शंकर नगर निवासी प्रार्थी संजय साहनी ने गूगल सर्च इंजन पर भारतीय स्टेट बैंक का नया एटीएम कार्ड बनवाने के लिए सर्च किया था। सर्च परिणामों में उन्हें एक मोबाइल नंबर मिला। उस नंबर पर संपर्क करने पर आरोपी ने प्रार्थी को एक ऐप का लिंक भेजा और उसे इंस्टॉल करवाया। इसके बाद, आरोपी ने पुराने एटीएम कार्ड के अंतिम 6 अंक पूछकर, प्रार्थी के बैंक खाते से 8 लाख रुपये अवैध रूप से निकाल लिए।
इस संबंध में थाना सिविल लाइन में अपराध क्रमांक 496/24, धारा 318(4) बीएनएस, 66(सी), 66(डी) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था, जिसकी विवेचना रेंज साइबर थाना रायपुर द्वारा की जा रही थी।
पश्चिम बंगाल में रेड और गिरफ्तारी
विवेचना टीम ने गूगल, बैंक और मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों से तकनीकी विश्लेषण कर आरोपी की पहचान की। एक सुनियोजित रेड कार्यवाही के तहत, पुलिस टीम ने आरोपी अब्दुल्ला लश्कर (उम्र 33 वर्ष) को 24 परगना, पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया।
पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा के निर्देशों पर रेंज पुलिस द्वारा साइबर फ्रॉड करने वाले आरोपियों के विरुद्ध लगातार यह कार्रवाई की जा रही है।
अन्य राज्यों में भी दर्ज हैं मामले
गिरफ्तार आरोपी अब्दुल्ला लश्कर के विरुद्ध हरियाणा और उत्तराखंड राज्यों में भी धोखाधड़ी से संबंधित मामले दर्ज हैं, जो उसके अंतरराज्यीय संगठित अपराध में शामिल होने की पुष्टि करता है। गिरफ्तार आरोपी से गहन पूछताछ के दौरान उसके मोबाइल से अन्य बैंक खातों की जानकारी भी मिली है, जिनका विश्लेषण किया जा रहा है। आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।



