शारदा वचन डेयरी में बड़ा ‘चेक फ्रॉड’: कंपनी के एकाउंटेंट सहित तीन आरोपी गिरफ्तार
24 लाख से अधिक की राशि चेक बदलकर निकाली गई; पुलिस ने इंदौर और छिंदवाड़ा से आरोपियों को दबोचा

रायपुर । राजधानी पुलिस ने एक बड़े धोखाधड़ी मामले का खुलासा करते हुए, शारदा वचन डेयरी खरोरा से चेक बदलकर 24 लाख रुपये से अधिक की राशि हड़पने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में डेयरी का एकाउंटेंट सिद्धार्थ त्रिवेदी भी शामिल है, जो इस पूरी साजिश का कथित मास्टरमाइंड है।
मामले का विवरण और पुलिस कार्रवाई
खरोरा पुलिस स्टेशन में 24 सितंबर 2025 को शारदा वचन डेयरी के उप-प्रबंधक द्वारा एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। रिपोर्ट के अनुसार, 28 अप्रैल 2025 को मेसर्स श्रीनाथ रोटोपैक प्रा. लि., तेलंगाना के नाम से जारी किए गए 24,45,763.65 के चेक को अज्ञात आरोपियों ने बदलकर केवल ‘श्रीनाथ रोटोपैक’ नाम के खाते में जमा करा दिया। इस खाते का संचालक अरविंद उर्फ भूरा उईके था। अरविंद उईके ने यह राशि अवैध रूप से आहरित कर डेयरी को धोखा दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह के दिशा-निर्देशों और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) कीर्तन राठौर के मार्गदर्शन में, थाना प्रभारी खरोरा के नेतृत्व में गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई की।
एकाउंटेंट की मिलीभगत से हुआ फ्रॉड
विवेचना के दौरान, पुलिस ने इंदौर से आरोपी अरविंद उईके और उसके साथी योगेश उर्फ हैप्पी नांगले को पकड़ा, जो अपने मुख्य सहयोगी सिद्धार्थ त्रिवेदी से मिलने रायपुर आए थे। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि:
- शारदा वचन डेयरी में एकाउंटेंट के तौर पर काम करने वाले सिद्धार्थ त्रिवेदी ने योगेश नांगले के माध्यम से अरविंद उईके से ‘श्रीनाथ रोटोपैक’ नाम से एक खाता खुलवाया था।
- सिद्धार्थ ने ही चेक बदलकर उस खाते में राशि जमा कराई।
- 8 मई को, अरविंद उईके और योगेश नांगले ने 16 लाख रुपये की राशि रायपुर आकर सिद्धार्थ त्रिवेदी को सौंप दी, जबकि शेष राशि वे खुद खर्च कर चुके थे।
तीनों आरोपियों—अरविंद उईके (छिंदवाड़ा, म.प्र.), योगेश नांगले (इंदौर, म.प्र.) और सिद्धार्थ त्रिवेदी (भाटागांव, रायपुर)—को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जहाँ उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया। आरोपियों के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य पाए जाने पर उन्हें अप.क्र. 665/25, धारा:- 318(4) 3(5) BNS के तहत विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।



