सुरक्षा कवच की दस्तक: रायपुर के शासकीय महाविद्यालय में डायल 112 ने जगाई जागरूकता
112 INDIA APP' से मिलेगी त्वरित सुरक्षा: नए आपराधिक कानूनों की संवेदनशीलता के अनुरूप आपातकालीन सेवा की जानकारी छात्रों को दी गई

रायपुर । पुलिस मुख्यालय से प्राप्त निर्देशों के अनुपालन में, पुलिस अधीक्षक (डायल 112) अविनाश ठाकुर के मार्गदर्शन और उप पुलिस अधीक्षक स्वाति मिश्रा के नेतृत्व में, डायल 112 आपातकालीन सेवा की टीम ने आज शासकीय नवीन महाविद्यालय गुढ़ियारी, रायपुर में एक विस्तृत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को एकीकृत आपातकालीन सेवाओं—पुलिस, फायर, एम्बुलेंस, महिला हेल्प लाईन, चाइल्ड हेल्प लाईन और प्राकृतिक आपदा—के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करना था।
महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. मधुलिका अग्रवाल और कार्यक्रम की संयोजक डॉ. कुसुम चन्द्राकर ने डायल 112 टीम का स्वागत किया, जिसने इस पहल के महत्व को दर्शाया।
महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर विशेष बल
उप पुलिस अधीक्षक स्वाति मिश्रा ने कॉलेज के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि डायल 112 संपूर्ण भारत देश के लिए एकीकृत आपातकालीन सेवा नंबर है, जिसे विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर प्रारंभ किया गया है।
उन्होंने ‘112 INDIA APP’ के बारे में विस्तृत जानकारी दी, बताया कि इस ऐप के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों या अन्य शहरों में अध्ययनरत बालिकाएं किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता एवं सुरक्षा प्राप्त कर सकती हैं। मिश्रा ने यह भी जोड़ा कि नए आपराधिक कानून महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के प्रति अधिक संवेदनशील हैं, और इसी अनुरूप ‘112 INDIA APP’ तैयार किया गया है। इसके पश्चात, उप निरीक्षक सिन्धु साहू ने डायल 112 की कार्यप्रणाली और ऐप को डाउनलोड एवं उपयोग करने की विस्तृत प्रक्रिया समझाई।
जागरूकता प्रश्नोत्तरी में दिखा उत्साह
कार्यक्रम के दौरान, विद्यार्थियों के बीच डायल 112 आपातकालीन सेवा से संबंधित “जागरूकता प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता” आयोजित की गई। प्रतिभागियों—दिव्या पाण्डेय, साहिल पाण्डेय, सोनल निषाद, रविन्द्र पैकरा, पिहु सिंह—ने इसमें उत्साहपूर्वक भाग लिया और उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जिसके लिए उन्हें उप पुलिस अधीक्षक स्वाति मिश्रा द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
शासकीय नवीन महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. मधुलिका अग्रवाल ने डायल 112 टीम का आभार व्यक्त किया और स्मृतिपटल भेंट किया। उन्होंने इस व्यवस्था को वर्तमान समय में महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए अत्यंत आवश्यक बताया और स्वीकार किया कि इससे पूर्व छात्रों और स्टाफ को ‘डायल 112’ एवं ‘112 INDIA APP’ के बारे में इतनी विस्तृत जानकारी नहीं थी।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के व्याख्यातागण तथा लगभग 200 से अधिक छात्र-छात्राओं ने छत्तीसगढ़ डायल 112 सेवा की सम्पूर्ण कार्यप्रणाली के संबंध में जानकारी प्राप्त की और अपने अभिभावकों व परिचितों को भी जागरूक करने का संकल्प लिया।



