बेमौसम बारिश से किसानों पर ‘वज्रपात’, कांग्रेस ने मांगा तत्काल मुआवजा
मोंथा चक्रवात के कारण कई ज़िलों में खड़ी और कटी फसल खराब; साल भर की मेहनत पर फिरा पानी

रायपुर। बेमौसम बारिश से फसल खराब होने पर किसानों को तत्काल मुआवजा देने की मांग करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने राज्य सरकार से मांग की है। उन्होंने कहा कि ‘मोंथा’ चक्रवात के चलते बेमौसम बारिश से रायपुर, बिलासपुर, कवर्धा, रायगढ़, जगदलपुर, सरगुजा सहित कई ज़िलों में किसानों की खड़ी और कटी हुई फसलें खराब हो गई हैं।
भारी आर्थिक नुकसान और तनाव:
प्रवक्ता ठाकुर ने बताया कि फसल खराब होने से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है और उनकी साल भर की मेहनत पर पानी फिर गया है। फसल बर्बादी के कारण किसान इस समय तनाव में और भयभीत हैं। ऐसे में उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह तत्काल किसानों के नुकसान का सर्वे कराए और उन्हें क्षतिपूर्ति राशि दे, ताकि किसानों को राहत मिल सके।
सरकार तत्काल करे आर्थिक मदद और धान खरीदी शुरू:
धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि खरीफ सीज़न में किसानों को पहले से ही खाद-बीज की कमी, बिजली कटौती और अपर्याप्त बारिश जैसी कई परेशानियों का सामना करना पड़ा है। अब फसल तैयार होने के बाद हो रही बेमौसम बारिश किसानों के ऊपर ‘वज्रपात’ के समान है।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि नुकसान के सर्वे के लिए देरी न की जाए और तत्काल आर्थिक मदद की जाए। साथ ही, उन्होंने धान खरीदी तत्काल शुरू करने की मांग की, ताकि जिन किसानों की फसल कट चुकी है, वे अपना धान बेच सकें, क्योंकि आने वाले दिनों में भी बारिश की संभावना जताई जा रही है।
नम धान को भी खरीदे सरकार:
कांग्रेस प्रवक्ता ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि फसल खराब होने से किसानों को भारी आर्थिक चोट पहुंचेगी और वे कर्ज के बोझ तले दब सकते हैं। उन्होंने मांग की कि धान खरीदी के दौरान किसानों के सभी धान को खरीदा जाए। जिन धानों में पानी पड़ चुका है या जिनकी नमी ज्यादा है, उन्हें भी सरकार खरीदे और धान को रिजेक्ट न करे।
ठाकुर ने ज़ोर देकर कहा कि ‘यह समय किसानों के साथ खड़े होने का है।’ उन्होंने आगे कहा कि किसान प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी हैं और किसान आर्थिक रूप से सक्षम होगा, तभी प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।



