रायपुर, 31 अक्टूबर, 2025: धर्म समाज, आस्था और देवी-देवताओं के विरुद्ध लगातार हो रही 
अमर्यादित और विवादित बयानबाजी के चलते छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले की शांत फिजा में 
उबाल आ गया है। जहाँ एक तरफ 
संत श्री गुरु घासीदास बाबा पर अभद्र टिप्पणी का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था, वहीं अब रायगढ़ जिले से लगभग 
45 किलोमीटर दूर स्थित 
घरघोड़ा क्षेत्र के नेगीपारा से एक और 
आस्था को चोट पहुँचाने वाली घटना सामने आई है।
असामाजिक तत्वों ने नेगीपारा में स्थित श्रीराम मंदिर को निशाना बनाया है। भगवान श्री राम, लक्ष्मण एवं माता सीता की प्रतिमाओं को खंडित कर नाली में फेंक दिया गया है, जिससे पूरे क्षेत्र में तीव्र आक्रोश फैल गया है।
सुबह पूजा करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने देखा भयावह दृश्य
शुक्रवार सुबह जब ग्रामीण नेगीपारा स्थित श्रीराम मंदिर में पूजा-पाठ करने पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि मंदिर के गर्भगृह से प्रतिमाएं गायब हैं। मंदिर परिसर और आसपास तलाश करने पर, सभी खंडित मूर्तियां मंदिर के पास की नाली में टूटी हुई अवस्था में मिलीं।
नाली में भगवान की प्रतिमाओं की यह दयनीय अवस्था देखकर श्रद्धालु स्तब्ध रह गए। यह घटना जंगल में आग की तरह फैल गई, और देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग मौके पर एकत्र हो गए। इस कृत्य के बाद लोगों में अत्यधिक रोष और तनाव का माहौल निर्मित हो गया है, क्योंकि इसे क्षेत्र की सामाजिक एकता को भंग करने की एक सोची-समझी साजिश के रूप में देखा जा रहा है।
पुलिस थाने में शिकायत दर्ज, दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग
इस घिनौनी घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने तत्काल घरघोड़ा पुलिस थाने पहुंचकर अज्ञात आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करते हुए लिखित शिकायत दर्ज कराई है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए घरघोड़ा पुलिस ने तुरंत मामले को गंभीरता से लिया है और जांच शुरू कर दी गई है।
थाना प्रभारी ने श्रद्धालुओं को आश्वासन दिया है कि जल्द ही दोषी को कानून के दायरे में लाया जाएगा। पुलिस फिलहाल आसपास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि आरोपित की पहचान की जा सके। स्थानीय लोग मंदिरों की सुरक्षा बढ़ाने और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
धार्मिक नेताओं और सामाजिक संगठनों ने इस संवेदनशील समय में लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है, ताकि कोई भी तत्व रायगढ़ की सामाजिक एकता और शांति को भंग न कर सके।