Video :VIP चौक स्थित बेबीलॉन टावर में आग का कहर: शीशे की इमारत में फंसे लोग, डेढ़ घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

रायपुर। 02 September 2025 – राजधानी के तेलीबांधा स्थित VIP चौक पर बने सात मंजिला कमर्शियल भवन बेबीलॉन टावर में मंगलवार रात करीब 9 बजे भीषण आग लग गई। आग की शुरुआत बी विंग के तीसरे माले से हुई, जो धीरे-धीरे ऊपर की मंजिलों तक फैल गई। आग लगने के समय टावर में मौजूद 47 लोग फंस गए थे, जिनमें से कई सांगरिया रेस्टोरेंट के टॉप फ्लोर पर थे।
VIP चौक स्थित बेबीलॉन टावर में आग का कहर, शीशे की इमारत में फंसे लोग, डेढ़ घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन । कलेक्टर गौरव कुमार सिंह और SDM कुमार चौबे ने स्वयं मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी की….. pic.twitter.com/Jhko2lk69U
— The 4th Pillar (@pillar_4th) September 2, 2025
चश्मदीदों ने यह बताया
- प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग लिफ्ट के केबल में लगी, जो तेजी से अन्य मंजिलों तक फैल गई। घटना के समय रेस्टोरेंट में अफरा-तफरी मच गई और लोग भागने लगे, लेकिन सात लोग वहीं फंस गए।
- आग लगने के बाद पूरे टाॅवर में धुआं भर गया, जिससे अंदर फंसे लोगों को सांस लेने में कठिनाई होने लगी।
- धुएं के प्रभाव से कुछ लोगों की स्थिति गंभीर हो गई, जिन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटना की सूचना मिलते ही SDRF, जिला प्रशासन और नगर निगम की टीमें मौके पर पहुंचीं। कलेक्टर गौरव कुमार सिंह और SDM कुमार चौबे ने स्वयं मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी की। शीशे की बिल्डिंग होने के कारण धुआं बाहर निकलना मुश्किल था, इसलिए कुछ जगहों को तोड़कर वेंटिलेशन बनाया गया।
लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। आग पर भी काबू पा लिया गया है। हालांकि, आग लगने की वजह स्पष्ट नहीं है, लेकिन शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
कांच तोड़कर कूदने की तैयारी में थे लोग
आग में फंसे लोगों ने बताया कि वे घबरा गए थे और कांच तोड़कर कूदने की तैयारी में थे, लेकिन बचाव दल ने समय पर पहुंचकर उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
स्थानीय प्रभाव और विश्लेषण:
- VIP चौक जैसे व्यस्त इलाके में ऐसी घटना से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते हैं।
- शीशे की इमारतों में आग से बचाव के विशेष उपायों की आवश्यकता है।
- SDRF और प्रशासन की तत्परता ने एक बड़े हादसे को टाल दिया, जिससे जनता में विश्वास बढ़ा है।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि आपदा कभी चेतावनी देकर नहीं आती लेकिन तैयारी और तत्परता ही वह कवच है जो जान बचा सकता है। बेबीलॉन टावर की आग ने न सिर्फ प्रशासन की चुस्ती को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी भारी पड़ सकती है।