18 नवंबर 2024 को मार्गशीर्ष माह की गणाधिप संकष्टी चतुर्थी से नवंबर का तीसरा सप्ताह शुरू हो रहा है. इसका समापन 24 नवंबर 2024 को होगा. इस सप्ताह में गुरु पुष्य योग, काल भैरव जयंती, गणाधिप संकष्टी चतुर्थी है. कालभैरव भगवान शिव का रौद्र स्वरूप हैं. इनकी आराधना से जीवन में तमाम तरह के भय दूर होते हैं और हर परेशानी से सुरक्षा होती है.
इन 7 दिनों में कोई गोचर नहीं हो रहा है. हालांकि शनि अभी मार्गी चल रहे हैं, ऐसे में कुछ राशियों पर इसका शुभ-अशुभ देखने को मिलेगा. आइए जानते हैं 7 दिन कौन से त्योहार, व्रत, ग्रह परिवर्तन, शुभ योग होंगे.
18 नवंबर 2024
- व्रत-त्योहार – गणाधिप संकष्टी चतुर्थी
- तिथि – तृतीया
- पक्ष – कृष्ण
- वार – सोमवार
- नक्षत्र – मृगशिरा
- योग – सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि, सिद्ध
- राहुकाल – सुबह 08.06 – सुबह 09.26
19 नवंबर 2024
- तिथि – चतुर्थी
- पक्ष – कृष्ण
- वार – मंगलवार
- नक्षत्र – आर्द्रा
- योग – साध्य
- राहुकाल – दोपहर 02.46 – शाम 04.06
20 नवंबर 2024
- तिथि – पंचमी
- पक्ष – कृष्ण
- वार – बुधवार
- नक्षत्र – पुनर्वसु
- योग – शुभ
- राहुकाल – दोपहर 12.07 – दोपहर 1.26
21 नवंबर 2024
- तिथि – षष्ठी
- पक्ष – कृष्ण
- वार – गुरुवार
- नक्षत्र – पुष्य
- योग – शुक्ल, गुरु पुष्य, सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि, रवि योग
- राहुकाल – दोपहर 1.27 – दोपहर 2.46
22 नवंबर 2024 (Panchang 22 November 2024)
- तिथि – सप्तमी
- पक्ष – कृष्ण
- वार – शुक्रवार
- नक्षत्र – अश्लेषा
- योग – ब्रह्म, रवि योग
- राहुकाल – सुबह 10.48 – दोपहर 12.07
23 नवंबर 2024
- तिथि – अष्टमी
- पक्ष – कृष्ण
- वार – शनिवार
- नक्षत्र – मघा
- योग – इंद्र
- राहुकाल – सुबह 09.29 – सुबह 10.48
24 नवंबर 2024
- तिथि – नवमी
- पक्ष – कृष्ण
- वार – रविवार
- नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी
- योग – वैधृति, सर्वार्थ सिद्धि योग
- राहुकाल – शाम 04.05 – साम 05.25
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