तिरंगे की आड़ में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर पर्दा डाल रही मोदी सरकार:

कांग्रेस का आरोप: भाजपा की तिरंगा यात्रा राजनीतिक पाखंड, संघ की शाखाओं में तिरंगे से परहेज

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भारतीय जनता पार्टी की तिरंगा यात्रा को “राजनीतिक पाखंड” करार देते हुए तीखा हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा का राष्ट्रवाद और तिरंगा प्रेम केवल दिखावे के लिए है, जबकि संघ की शाखाओं में आज भी तिरंगे को स्थान नहीं दिया जाता।

शुक्ला ने कहा कि तिरंगा हर भारतीय के लिए गर्व का प्रतीक है, लेकिन भाजपा के लिए यह केवल एक राजनीतिक औजार बन गया है। भाजपा के पितृ संगठन आरएसएस ने दशकों तक राष्ट्रीय ध्वज को स्वीकार नहीं किया। आजादी के बाद 52 वर्षों तक नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में तिरंगा नहीं फहराया गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की तिरंगा यात्रा को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जोड़कर मोदी सरकार की विफलताओं पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है। शुक्ला ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार दावा किया कि उन्होंने व्यापारिक हितों के चलते भारत का सैन्य अभियान रुकवाया , लेकिन भाजपा नेतृत्व इस पर मौन है ।

कांग्रेस नेता ने यह भी सवाल उठाया कि पहलगाम हमले के तीन महीने बाद भी आतंकियों को न पकड़ा गया, न मारा गया। उन्होंने पूछा कि सुरक्षा में चूक के लिए जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई हुई।

शुक्ला ने भाजपा के वैचारिक इतिहास केल राजनीतिक नौटंकी में बदल रहे हैं।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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