Rahu Kaal: आज का राहु काल दोपहर 2:07 से 3:47 तक, सावन की त्रयोदशी पर शिव-विष्णु पूजन से मिलेगा शुभ फल
सावन की त्रयोदशी पर बना शुभ योग, आज विष्णु-शिव पूजन से मिलेगा सुख-समृद्धि का वरदान ।

आज का दिन: 07 अगस्त 2025, गुरुवार
आज का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत विशेष है। सावन मास की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि और गुरुवार का संयोग भगवान विष्णु और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का उत्तम अवसर प्रदान करता है। आइए विस्तार से जानते हैं आज का पंचांग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व।
आज का पंचांग और ग्रह स्थिति
विवरण | समय / स्थिति |
---|---|
तिथि | त्रयोदशी (दोपहर 2:27 तक), उपरांत चतुर्दशी |
वार | गुरुवार |
नक्षत्र | पूर्वाषाढ़ा (दोपहर 2:01 तक), उपरांत उत्तराषाढ़ा |
योग | विष्कंभ, प्रीति, रवि योग |
सूर्योदय | 05:46 AM |
सूर्यास्त | 07:07 PM |
चंद्रोदय | 06:00 PM |
चंद्रास्त | 04:24 AM (8 अगस्त) |
चंद्र राशि | धनु |
सूर्य राशि | कर्क |
आज के शुभ मुहूर्त
मुहूर्त | समय |
---|---|
ब्रह्म मुहूर्त | 04:28 AM – 05:16 AM |
अभिजीत मुहूर्त | 12:06 PM – 12:58 PM |
विजय मुहूर्त | 02:41 PM – 03:34 PM |
अमृत काल | 09:04 AM – 10:45 AM |
राहुकाल और अशुभ समय
काल | समय |
---|---|
राहुकाल | 02:07 PM – 03:47 PM |
यमगण्ड | 05:46 AM – 07:26 AM |
गुलिक काल | 09:06 AM – 10:46 AM |
दुर्मुहूर्त | 10:13 AM – 11:07 AM, 03:34 PM – 04:27 PM |
राहुकाल में क्या न करें?
राहुकाल में वर्जित कार्य:
- नया व्यापार या सौदा शुरू करना
- यात्रा प्रारंभ करना
- विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण, मुंडन जैसे मांगलिक कार्य
- कोई भी शुभ कार्य या पूजा
क्या करें:
- ध्यान, जप, साधना, आत्मचिंतन
- पूर्व नियोजित कार्यों की समीक्षा
- मानसिक शांति हेतु शिव मंत्रों का जाप
क्यों नहीं करते शुभ कार्य राहुकाल में ?
राहुकाल को ज्योतिष में अशुभ ग्रह राहु का प्रभावी समय माना गया है। इस काल में निर्णय क्षमता भ्रमित हो सकती है, जिससे कार्यों में विघ्न, हानि या असफलता की संभावना रहती है।
आज का धार्मिक महत्व
- त्रयोदशी तिथि भगवान शिव और कामदेव की पूजा के लिए श्रेष्ठ मानी जाती है।
- गुरुवार को भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा का विशेष महत्व है।
- रवि योग के कारण आज का दिन अत्यंत शुभ है। इस योग में किए गए कार्य दीर्घकालिक सफलता देते हैं।
- पूजन विधि: शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र अर्पण करें। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का जाप करें।
- विशेष उपाय: घर में गंगाजल और हल्दी का छिड़काव करें, जिससे सुख-समृद्धि का वास होता है।
निष्कर्ष
आज का दिन आध्यात्मिक उन्नति, मानसिक शांति और पारिवारिक सुख के लिए अत्यंत अनुकूल है। सावन की त्रयोदशी और गुरुवार के शुभ संयोग में शिव-विष्णु पूजन से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का संचार होता है।
Disclaimer: ऊपर दी गई जनकारी कि www.the4thpillar.live कोई पुष्टि नहीं करता है और उसके सत्य होने का कोई दवा भी नहीं करता है। ऊपर दी गई जनकारी आम सूचना पर आधारित है। पाठकों को यह हिदायतद जाती है कि वह अपने विवेक का इस्तेमाल करें।