रायपुर में जलभराव की स्थायी समस्या के समाधान हेतु समावेशी पहल, महापौर ने पूर्व जनप्रतिनिधियों से लिए सुझाव
जनप्रतिनिधियों की बात, जनता की राहत: रायपुर में जलभराव पर संयुक्त मंथन

रायपुर। राजधानी रायपुर में बरसात के मौसम में जलभराव की गंभीर समस्या को स्थायी रूप से हल करने हेतु महापौर मीनल चौबे ने नगर निगम रायपुर में एक अभिनव और समावेशी पहल की शुरुआत की है। महात्मा गांधी सदन स्थित नगर निगम मुख्यालय में आयोजित विशेष बैठक में नगर निगम के पूर्व महापौरों, पूर्व सभापतियों एवं वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित कर उनके अनुभव के आधार पर समाधान हेतु बहुमूल्य सुझाव प्राप्त किए गए।
महापौर ने कहा कि जलभराव की समस्या केवल किसी एक कार्यकाल या नेतृत्व की नहीं है, बल्कि शहर के समग्र हित से जुड़ी हुई चुनौती है। इसे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी के सहयोग से सुलझाया जाना चाहिए। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों के सुझावों को अत्यंत उपयोगी और दिशा देने वाला बताते हुए नगर निगम की ओर से ठोस योजना बनाकर कार्य प्रारंभ करने की घोषणा की।
पूर्व जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने सुझाव रखे । जिसमें पूर्व महापौर एजाज ढेबर ने प्रोफेसर कॉलोनी और अरमान नाला क्षेत्र में जलभराव की समस्या को तकनीकी रूप से हल करने हेतु पृथक विभाग गठित करने का सुझाव दिया। वहीं पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने शहर के भीतरी क्षेत्रों से जल निकासी की व्यवस्था चिंगरी नाला तक सुनिश्चित करने की बात कही। तो पूर्व महापौर डॉ. किरणमयी नायक ने सफाई टीमों के गठन और कार्य योजना के तहत जलभराव की समस्या को नियंत्रित करने पर बल दिया।
पूर्व सभापति संजय श्रीवास्तव ने नालों की वास्तविक स्थिति की जांच कर निजी और शासकीय भूमि की पहचान कर जल निकासी व्यवस्था सुधारने की आवश्यकता बताई।पूर्व सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा ने अधिकारियों को क्षेत्रीय जानकारी के आधार पर कार्य करने और समता कॉलोनी जैसे क्षेत्रों में सजगता बरतने की सलाह दी।पूर्व नेता प्रतिपक्ष सुभाष तिवारी ने पूरे शहर में अभियान चलाकर नालों को अवैध कब्जों से मुक्त कराने और सीमांकन कर कार्यवाही करने का सुझाव दिया।
नगर निगम आयुक्त विश्वदीप ने बताया कि जोन क्रमांक 4, 5 और 6 के वार्डों का जल चिंगरी नाला में प्रवाहित होता है। वहीं रिंग रोड और वीआईपी रोड जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में निगम द्वारा तकनीकी दृष्टिकोण से तात्कालिक समाधान हेतु कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
बैठक में सूर्यकांत राठौड़ (सभापति), एमआईसी सदस्यगण, वरिष्ठ अभियंता अधिकारीगण सहित नगर निगम के उच्च अधिकारी उपस्थित रहे। महापौर मीनल चौबे ने सभी पूर्व जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि उनके सुझावों को समाहित कर नगर निगम जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान की दिशा में प्रभावी कार्यवाही करेगा, ताकि बारिश के दौरान नागरिकों को अपने घरों व दुकानों में पानी भरने जैसी परेशानियों से मुक्ति मिल सके।