रायपुर, 1 जुलाई 2025: भारतीय रेलवे ने यात्रियों के हित में एक बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला लिया है। अब ट्रेनों की अंतिम आरक्षण सूची (Reservation Chart) ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान समय से पूरे 8 घंटे पहले जारी कर दी जाएगी। यह नई व्यवस्था आज, 1 जुलाई 2025 से लागू हो गई है। इस कदम का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को अपनी यात्रा की स्थिति के बारे में समय रहते जानकारी देना और वेटिंग लिस्ट के यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए पर्याप्त समय प्रदान करना है।
क्या है यह नया नियम और इसके फायदे
अभी तक भारतीय रेलवे ट्रेनों की पहली आरक्षण सूची ट्रेन के प्रस्थान से लगभग 4 घंटे पहले जारी करती थी, जबकि दूसरी और अंतिम सूची प्रस्थान से करीब 30 मिनट पहले आती थी। इस व्यवस्था से अक्सर वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को अंतिम समय तक अनिश्चितता का सामना करना पड़ता था।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में इस नए नियम को हरी झंडी दी गई है। इसके तहत:
* चार्ट जारी होने का नया समय: अब ट्रेन छूटने से 8 घंटे पहले ही अंतिम आरक्षण चार्ट तैयार हो जाएगा।
* सुबह की ट्रेनों के लिए विशेष नियम: यदि कोई ट्रेन दोपहर 2 बजे से पहले छूटती है, तो उसका चार्ट पिछली रात 9 बजे ही तैयार कर दिया जाएगा। इससे सुबह यात्रा करने वाले यात्रियों को भी रात में ही अपनी सीट की स्थिति पता चल जाएगी।
यात्रियों को क्या होगा फायदा
इस बदलाव से लाखों रेल यात्रियों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा:
* वेटिंग लिस्ट वालों को राहत: जिन यात्रियों का टिकट वेटिंग लिस्ट में है, उन्हें अब काफी पहले ही पता चल जाएगा कि उनका टिकट कन्फर्म हुआ है या नहीं। इससे वे समय रहते कोई और वैकल्पिक व्यवस्था कर सकेंगे, जैसे कि दूसरी ट्रेन में बुकिंग या यात्रा रद्द करना।
* अनिश्चितता होगी कम: अंतिम समय की भागदौड़ और अनिश्चितता कम होगी, जिससे यात्रियों को अपनी यात्रा की बेहतर योजना बनाने में मदद मिलेगी।
* पारदर्शिता में वृद्धि: आरक्षण प्रक्रिया में और अधिक पारदर्शिता आएगी।
* दलालों पर लगाम: अंतिम समय में सीटों की उपलब्धता में हेरफेर करने वाले दलालों की गतिविधियों पर भी कुछ हद तक लगाम लगने की उम्मीद है।
अन्य बड़े बदलाव:
आरक्षण चार्ट के समय में बदलाव के साथ ही भारतीय रेलवे ने कुछ और महत्वपूर्ण बदलाव भी किए हैं:
* तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार अनिवार्य: 1 जुलाई 2025 से तत्काल टिकट बुक करने के लिए IRCTC अकाउंट को आधार से लिंक या वेरिफाई करना अनिवार्य कर दिया गया है। बुकिंग खुलने के पहले 10 मिनट तक सिर्फ आधार लिंक्ड यूजर ही तत्काल टिकट बुक कर पाएंगे।
* अपग्रेडेड पीआरएस (PRS) सिस्टम: रेलवे दिसंबर 2025 तक एक आधुनिक पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) भी लागू करेगा। यह नया सिस्टम प्रति मिनट 1.5 लाख से अधिक टिकट बुकिंग को संभाल सकेगा, जो मौजूदा क्षमता (लगभग 32,000 टिकट प्रति मिनट) से लगभग पांच गुना अधिक है।
* वेटिंग लिस्ट की सीमा: कुछ खबरों के अनुसार, रेलवे ने वेटिंग टिकटों पर भी एक सीमा तय की है। अब किसी भी कोच में कुल सीटों के 25% से ज़्यादा वेटिंग टिकट जारी नहीं होंगे।
यह सभी कदम भारतीय रेलवे द्वारा यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने और अपनी प्रणाली को आधुनिक बनाने के निरंतर प्रयासों को दर्शाते हैं।