रायपुर । राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय राष्ट्रीय आम महोत्सव का आयोजन हुआ, जहां आम की बहुरंगी किस्मों, स्वाद और कृषि नवाचारों का अद्भुत संगम देखने को मिला। इस आयोजन में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय,कृषि मंत्री रामविचार नेताम, और विधायक पद्मश्री अनुज शर्मा की गरिमामयी उपस्थिति ने इस उत्सव को और भी भव्य बना दिया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंच से किसानों को संबोधित करते हुए कहा,”आम सिर्फ एक फल नहीं, यह हमारे कृषि परंपरा और अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण स्तंभ है। हमारा लक्ष्य है कि छत्तीसगढ़ के किसान आम की उन्नत किस्मों को अपनाकर अपनी खेती को एक नई ऊंचाई तक ले जाएँ।”
उन्होंने आधुनिक तकनीकों, नए कृषि बाजारों और राज्य की आम उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए किसानों को प्रेरित किया।
विधायक पद्मश्री अनुज शर्मा ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा,”यह महोत्सव किसानों के लिए एक अवसर है, जहां वे उन्नत खेती की नई तकनीकों को सीख सकते हैं और अपने अनुभवों को साझा कर सकते हैं।”
उन्होंने किसानों को उन्नत किस्मों की खेती, तेजी से उत्पादन तकनीकों और आम के व्यावसायिक उपयोग की संभावनाओं से अवगत कराया।
इस आयोजन में दो सौ से अधिक प्रकार के आमों का प्रदर्शन किया गया, जिसमें दशहरी, अलफान्सो, तोतापरी, लंगड़ा, बैगनफल्ली, आम्रपाली, मल्लिका, पूसा अरुणिमा, सिंधु जैसी किस्मों ने दर्शकों को आकर्षित किया।
साथ ही, आम से बने छप्पन प्रकार के व्यंजनों ने हर किसी को लुभाया। आम का शरबत, आइसक्रीम, अचार और कई नए प्रयोगों ने इस महोत्सव को अनोखा बना दिया।
इस भव्य आयोजन में राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, कृषि वैज्ञानिक, और सैकड़ों किसान एवं आम प्रेमी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
यह महोत्सव न केवल आम की मिठास को समर्पित है, बल्कि किसानों को नवाचार और उन्नत खेती की ओर बढ़ने का संदेश भी देता है