रायपुर। गायत्री नगर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में आज नेत्रोत्सव का आयोजन भक्ति और वैदिक परंपराओं के साथ सम्पन्न हुआ। 15 दिवसीय अनवसर काल की समाप्ति पर भगवान श्री जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के नेत्रों का पुनर्जन्म पंचामृत स्नान एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सम्पन्न किया गया।
इस आध्यात्मिक अवसर पर श्रद्धालुओं ने महाआरती, संकल्प पूजा, भजन-कीर्तन और महाप्रसाद का आनंद लिया। आयोजन का नेतृत्व श्री जगन्नाथ मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष और उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा ने किया। उन्होंने कहा, नेत्रोत्सव केवल परंपरा नहीं, भगवान और भक्तों के मिलन की भावना का उत्सव है। यह दिन भगवान के पुनः दर्शन का प्रतीक है।
समिति ने बताया कि भगवान अब स्वस्थ घोषित किए जा चुके हैं और 27 जून को वे तीनों देवता विशाल रथों पर सवार होकर नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे। रथों का निर्माण, मार्ग सज्जा, सुरक्षा व्यवस्था और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की तैयारियाँ पूर्ण हो चुकी हैं।
विधायक मिश्रा ने यह भी कहा कि नेत्रोत्सव रथयात्रा का आध्यात्मिक प्रारंभ बिंदु है और यह आयोजन शहर में भक्तिभाव और सांस्कृतिक समरसता का संदेश प्रसारित करता है।