Panchang: 03 सितंबर 2025 का राहु काल और शुभ मुहूर्त, जानें क्या करें और क्या न करें

आज का पंचांग और धार्मिक महत्व

आज, 03 सितंबर 2025, बुधवार के दिन का पंचांग और धार्मिक महत्व बहुत खास है। आज से जुड़े शुभ और अशुभ समय को जानकर आप अपने कार्यों की योजना बना सकते हैं। किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है।

राहु काल क्या है

भारतीय ज्योतिष के अनुसार, राहु काल (Rahu Kaal) दिन का वह समय होता है जिसे किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने के लिए अशुभ माना जाता है।

यह एक निश्चित अवधि होती है जो हर दिन सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच पड़ती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, राहु (Rahu) एक क्रूर ग्रह है जो अशुभ फल देता है, इसीलिए इस अवधि को राहु काल कहा जाता है। राहु काल में कोई भी नया या शुभ कार्य शुरू करने से उसमें बाधाएं आने या उसके सफल न होने की संभावना बढ़ जाती है।

आज के राहु काल का समय

आज 03 सितंबर 2025, बुधवार के दिन राहु काल का समय दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 01:30 बजे तक रहेगा। इस दौरान किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को शुरू करने से बचना चाहिए।

राहु काल में क्या न करें?

  • नए काम की शुरुआत: कोई भी नया व्यापार, नौकरी या नया प्रोजेक्ट शुरू न करें।
  • लेन-देन: पैसों का बड़ा लेन-देन, निवेश या नया खाता खोलना टाल दें।
  • यात्रा: किसी भी महत्वपूर्ण यात्रा की शुरुआत इस समय में न करें।
  • शुभ कार्य: विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे शुभ कार्य इस अवधि में न करें।
  • पूजा-पाठ: पूजा-पाठ या धार्मिक अनुष्ठान शुरू न करें।
  • वाहनों की खरीदारी: नया वाहन या कोई अन्य कीमती सामान खरीदना इस समय में अशुभ माना जाता है।

इन कार्यों को राहु काल में न करने का मुख्य कारण यह है कि इस अवधि में राहु का प्रभाव बहुत प्रबल होता है, जो कार्यों में अड़चनें और असफलता ला सकता है।

राहु काल में क्या करें?

  • नियमित कार्य: जो काम पहले से चल रहे हैं उन्हें जारी रखें।
  • ध्यान और योग: राहु काल में ध्यान, योग और आध्यात्मिक साधना करना शुभ माना जाता है।
  • पूजा: राहु की शांति के लिए राहु मंत्र का जाप कर सकते हैं।
  • जप: मंत्रों का जाप या अपने इष्ट देवता का स्मरण करना लाभकारी हो सकता है।

अभिजीत मुहूर्त और राहु काल का एक साथ पड़ना

यदि राहु काल और अभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurat) एक साथ पड़ जाए, तो क्या शुभ कार्य किया जा सकता है?

यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल है। अभिजीत मुहूर्त दिन का सबसे शुभ मुहूर्त माना जाता है, जबकि राहु काल सबसे अशुभ। ज्योतिषीय सिद्धांतों के अनुसार, यदि ये दोनों एक साथ पड़ें तो अभिजीत मुहूर्त को राहु काल के अशुभ प्रभाव को निष्क्रिय करने वाला माना जाता है। इसलिए, ऐसे में अभिजीत मुहूर्त में शुभ कार्य किए जा सकते हैं। अभिजीत मुहूर्त को भगवान विष्णु के आशीर्वाद से युक्त माना जाता है, जो सभी दोषों को दूर करता है।

आज के शुभ मुहूर्त

आज के शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं, जिनमें आप अपने महत्वपूर्ण कार्यों को कर सकते हैं:

  • अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:42 बजे तक।
  • विजय मुहूर्त: दोपहर 02:24 बजे से दोपहर 03:15 बजे तक।
  • अमृत काल: सुबह 06:15 बजे से सुबह 07:44 बजे तक।

आज का पंचांग

  • तिथि: चतुर्थी
  • नक्षत्र: धनिष्ठा
  • पक्ष: शुक्ल पक्ष
  • मास: भाद्रपद
  • सूर्योदय: सुबह 06:05 बजे
  • सूर्यास्त: शाम 06:36 बजे
  • चंद्रोदय: सुबह 09:33 बजे
  • चंद्रास्त: रात 09:12 बजे

आज का धार्मिक महत्व

आज बुधवार का दिन है, जो भगवान गणेश को समर्पित है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से बुद्धि और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, आज भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि भी है, जिसे गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। आज के दिन गणेश जी की मूर्ति की स्थापना और पूजा का विधान है।


Disclaimer : www.the4thpillar.live के माध्यम से प्रकाशित यह जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं और पारंपरिक पंचांग गणनाओं पर आधारित है। इसे केवल सामान्य मार्गदर्शन और जागरूकता के लिए ही माना जाना चाहिए। किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को करने से पहले, किसी योग्य ज्योतिषीय सलाहकार से परामर्श करना हमेशा उचित होता है। इस जानकारी का उपयोग व्यक्तिगत जोखिम पर किया जाना चाहिए, और किसी भी हानि या क्षति के लिए वेबसाइट या लेखक जिम्मेदार नहीं होंगे।

 

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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