रायपुर । रायपुर जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देशन में हाईवे पेट्रोलिंग व्यवस्था को और अधिक सशक्त व संवेदनशील बनाते हुए सड़क दुर्घटनाओं के घायलों को त्वरित चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विशेष बैठक आयोजित की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) डॉ. प्रशांत शुक्ला एवं उप पुलिस अधीक्षक (यातायात) सतीष ठाकुर द्वारा हाईवे पेट्रोलिंग में तैनात कर्मचारियों को व्यावहारिक दिशा-निर्देश देते हुए सुगम यातायात व्यवस्था और रेस्क्यू व्यवस्था को लेकर गहन समीक्षा की गई।
बैठक में निर्देशित किया गया कि पेट्रोलिंग के दौरान नो पार्किंग में खड़ी गाड़ियों को हटाया जाए, खराब वाहनों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाए तथा रात्रिकालीन दृश्यता बनाए रखने के लिए रेडियम की नियमित सफाई की जाए। इसके अतिरिक्त हाईवे किनारे स्थित अस्पतालों, होटलों, पेट्रोल पंपों एवं ग्राम पंचायतों से निरंतर संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए गए, ताकि किसी भी आपातकालीन सूचना पर तत्काल कार्रवाई संभव हो सके।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2025 के जनवरी से मई माह तक ही हाईवे पेट्रोलिंग टीमों ने 37 सड़क दुर्घटनाओं में 45 से अधिक घायलों को समय पर चिकित्सा सुविधा पहुंचाकर उनकी जान बचाई है।
राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 53 पर 55 किलोमीटर के क्षेत्र में 24×7 संचालित पेट्रोलिंग व्यवस्था ने न केवल सैकड़ों वाहनों को नो पार्किंग से हटाकर रास्ते को सुगम बनाया है, बल्कि सड़कों पर बैठे 1000 से अधिक मवेशियों को भी हटाया गया,जिससे भविष्य की दुर्घटनाओं को रोका जा सका।
यह मुहिम, जो वर्ष 2017 में पुलिस मुख्यालय द्वारा आरंभ की गई थी, आज एक जीवन रक्षक पहलकदमी के रूप में सामने आ रही है।