कारगिल विजय दिवस पर राष्ट्रभक्ति की गूंज, डॉ. वर्णिका शर्मा ने सुनाई वीरता की अमर गाथा

डॉ. वर्णिका शर्मा ने छात्रों को सिखाया कि वीरता केवल युद्ध नहीं, यह चेतना है जो पीढ़ियों को दिशा देती है

रायपुर । भाटागांव स्थित शहीद राजीव पांडे शासकीय महाविद्यालय में आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर एक भावनात्मक एवं प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की।

कारगिल विजय दिवस पर आयोजित प्रेरणादायी कार्यक्रम,बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने बयाँ की वीरता की गाथा

अपने अत्यंत प्रभावशाली और भावनापूर्ण संबोधन में छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने कारगिल युद्ध की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का गहन विश्लेषण करते हुए भारतीय सेना की अद्भुत वीरता तथा राष्ट्र के प्रति उनके अनुपम बलिदान को अत्यंत संवेदनशीलता से उजागर किया। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध केवल एक सैन्य विजय नहीं, बल्कि यह भारतीय वीरता, अटूट संकल्प और सर्वोच्च बलिदान की अमर गाथा है। यह दिन उन साहसी सपूतों की स्मृति है जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपना सर्वस्व अर्पित कर दिया। कारगिल का पर्व हमें राष्ट्रभक्ति की सर्वोच्च अभिव्यक्ति और एकता की मिसाल प्रस्तुत करता है।

उन्होंने विद्यार्थियों को युद्ध की रणनीतिक चुनौतियों और दुर्गम पर्वतीय परिस्थितियों का परिचय दिया, जिसमें भारतीय जवानों ने न केवल दुश्मन को परास्त किया, बल्कि विश्व को भारत के सैन्य पराक्रम का परिचय भी दिया।

छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने यह भी कहा कि कारगिल युद्ध एक चेतना है, एक ध्वज है उस निष्ठा का जिसे सैनिक अपने खून से रंगते हैं। इसका स्मरण केवल इतिहास नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा के शब्दों ने उपस्थित विद्यार्थियों और शिक्षकों के मन में गहराई से राष्ट्रीय चेतना जगाई। पूरा वातावरण राष्ट्रभक्ति, श्रद्धा और गौरव से ओत-प्रोत हो गया।

कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्या रेणु माहेश्वरी ने भी सहभागिता की और छात्रों को राष्ट्र के प्रति उत्तरदायित्व, देशभक्ति और निस्वार्थ सेवा भाव का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि युवाओं में इन मूल्यों का संचार राष्ट्र निर्माण की नींव मजबूत करता है।

समारोह का समापन महाविद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक शिवम के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी अतिथियों, विद्यार्थियों और शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए युवाओं से देशहित में सदैव सजग रहने का आग्रह किया।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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