सड़क सुरक्षा के लिए रायपुर पुलिस की अभिनव पहल,हरेली पर्व पर 10,000 गायों को पहनाए जा रहे रेडियम कॉलर बेल्ट

2024-25 में मवेशियों से जुड़े हादसों में 12 लोगों की मौत, अब गौवंशों को पहनाए जा रहे रेडियम कॉलर

रायपुर । बारिश के मौसम में सड़कों पर बैठे और घूमते मवेशियों से बढ़ते हादसों को रोकने के लिए रायपुर यातायात पुलिस ने हरेली तिहार के अवसर पर एक बड़ी पहल की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश पर शहर में 10,000 गौवंशों को रेडियम कॉलर बेल्ट पहनाने का अभियान शुरू किया गया है।

इस अभियान की शुरुआत यातायात कार्यालय परिसर से हुई, जहां डॉ. उमेद सिंह ने स्वयं गाय के गले में बेल्ट बांधकर अभियान का उद्घाटन किया। उनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात डॉ. प्रशांत शुक्ला, उप पुलिस अधीक्षक श्री सतीश ठाकुर और पुलिस मितान भी मौजूद थे।

रेडियम कॉलर बेल्ट का उद्देश्य

रात के समय सड़क पर मौजूद मवेशियों को वाहन चालकों द्वारा दूर से देखा जा सके, जिससे संभावित टकराव से बचा जा सके। इससे न सिर्फ मानव जीवन सुरक्षित होगा, बल्कि गौवंशों की भी रक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।

हादसों का आँकड़ा

वर्ष 2024 में ऐसे मवेशियों से टकराने की 19 घटनाएँ दर्ज की गईं, जिसमें 6 लोगों की मौत और 2 गंभीर रूप से घायल हुए। 2025 के पहले छह महीनों में 12 ऐसी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें फिर से 6 की मौत हुई है।

अभी तक 1500 से अधिक मवेशियों के गले में रेडियम बेल्ट बांधा जा चुका है। अभियान को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुँचाने के लिए पुलिस मितानों की मदद ली जा रही है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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