आटो पार्ट्स विक्रेताओं की यातायात पुलिस ने ली बैठक,मोडिफाई सायलेंसर बेचने पर कारवाई की दी हिदायत

रायपुर । एसएसपी लाल उमेद सिंह के निर्देशानुसार यातायात पुलिस रायपुर द्वारा शहर के आटो पार्ट्स विक्रेताओं की बैठक लेकर पटाखे की आवाज निकालने वाले मोडिफाई सालसेंसर नही बेचने की हिदायत दी गयी। साथ ही बेचते पाये जाने पर मोटरयान अधिनियम की धारा 181 (क) के तहत छह माह तक कारावास अथवा एक लाख रूपये तक जुर्माने का या दोनो से दण्डित करने का प्रावधान के बारे में बताया गया।

बैठक के दौरान उप पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर सतीश ठाकुर एवं गुरजीत सिंह द्वारा उपस्थित आटो पार्ट्स विक्रेताओं को चेतावनी देते हुए समझाया गया कि मोटरयान अधिनियम के तहत वाहन में मानक के विपरीत पार्ट्स लगाना एवं बेचना दोनो में दण्ड का प्रावधान है।

वर्तमान में रायपुर शहर के कई बुलेट वाहन चालक मोडिफाई सायलेंसर लगाकर लापरवाही पूर्वम सार्वजनिक मार्ग में पटाखे की आवाज एवं बंदूक की गोली जैसे आवाज निकालकर वाहन चला रहे है । जिससे मार्ग में चल रहे अन्य वाहन चालकों में अचानक तेज आवाज से घबराहट में सड़क दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई रहती है।

जिसे देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार यातायात पुलिस रायपुर द्वारा आटो पार्ट्स विक्रेताओं की बैठक आयोजित कर मोडिफाई सायलेंसर नही बेचने हिदायत दिया गया। साथ ही बेचते पाये जाने पर मोटरयान अधिनियम के तहत कार्यवाही की जायेगी समझाईस दी गयी।

इस दौरान बड़ी संख्या में रायपुर शहर के आटो पार्ट्स विक्रेता व्यावसायी उपस्थित हुए। जिन्होने भविष्य में दोबारा कभी भी माडिफाई सायलेंस नही बेचने का आश्वासन दिया।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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