रेल हादसा: बेलगहना में इंजन डिरेल, रायपुर मंडल ने खोले हेल्प बूथ
रायपुर रेल मंडल ने भाटापारा, निपानिया और तिल्दा नेवरा स्टेशनों पर यात्रियों के लिए हेल्प बूथ और खाद्य स्टॉल खोले


रायपुर । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर डिवीजन अंतर्गत बेलगहना ब्लॉक सेक्शन में मंगलवार रात एक डीजल इंजन पटरी से उतर गया। यह घटना पेंड्रा रोड–बिलासपुर सेक्शन की डबल लाइन पर हुई, जब लाइन संख्या 4 (कॉमन लूप) पर बीआरएन/ई छोड़ने के बाद करगी रोड की ओर डाउन दिशा में डीजल लाइन का ऑर्डर दिया गया। इंजन के दो पहिए पटरी से उतर गए, जिससे अप और डाउन दोनों दिशाओं का रेल यातायात बाधित हो गया।
घटना के तुरंत बाद 21:00 बजे एआरटी (Accident Relief Train) को सक्रिय कर दिया गया। राहत कार्यों के दौरान यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए रायपुर रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री अवधेश कुमार त्रिवेदी ने भाटापारा, निपानिया और तिल्दा नेवरा स्टेशनों पर हेल्प बूथ खोलने तथा खाद्य पदार्थों के स्टॉल चालू रखने के निर्देश दिए।
घटना के चलते रायपुर मंडल में कई गाड़ियों को नियंत्रित किया गया, जिनमें प्रमुख रूप से:
- 18241 (दुर्ग–अंबिकाबेलगहना रेल दुर्घटना से संबंधित तकनीकी विवरण के अनुसार, यह घटना दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत आती है, जिसका संचालन बिलासपुर रेल मंडल द्वारा किया जाता है। दुर्घटना का स्थान बेलगहना ब्लॉक सेक्शन है, जो पेंड्रा रोड से बिलासपुर के बीच स्थित है। यह सेक्शन डबल लाइन संरचना पर आधारित है, जिसमें दोनों दिशाओं के लिए ट्रैक्शन की व्यवस्था डबल ट्रैक्शन (उसलापुर–पेंड्रा रोड) के रूप में की गई है। इस तकनीकी पृष्ठभूमि के आधार पर रेल प्रशासन ने राहत कार्यों को तेज़ी से अंजाम दिया और यातायात को सामान्य स्थिति में बहाल किया।पुर)
- 15160 (दुर्ग–छपरा)
- 18203 (दुर्ग–कानपुर)
इन ट्रेनों को निपानिया, भाटापारा और तिल्दा नेवरा स्टेशनों पर रोका गया। रेलवे प्रशासन की तत्परता से अब सेक्शन में यातायात सामान्य हो गया है।
बेलगहना रेल दुर्घटना से संबंधित तकनीकी विवरण के अनुसार, यह घटना दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत आती है, जिसका संचालन बिलासपुर रेल मंडल द्वारा किया जाता है। दुर्घटना का स्थान बेलगहना ब्लॉक सेक्शन है, जो पेंड्रा रोड से बिलासपुर के बीच स्थित है। यह सेक्शन डबल लाइन संरचना पर आधारित है, जिसमें दोनों दिशाओं के लिए ट्रैक्शन की व्यवस्था डबल ट्रैक्शन (उसलापुर–पेंड्रा रोड) के रूप में की गई है। इस तकनीकी पृष्ठभूमि के आधार पर रेल प्रशासन ने राहत कार्यों को तेज़ी से अंजाम दिया और यातायात को सामान्य स्थिति में बहाल किया।