
रायपुर । गरियाबंद जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत सुरक्षा बलों ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। जिला बल गरियाबंद और 65वीं वाहिनी सीआरपीएफ की एफ कंपनी की संयुक्त कार्रवाई में गौरमुंड के जंगलों में नक्सलियों द्वारा लगाए गए दो कुकर बम (IED) को निष्क्रिय कर दिया गया। इस कार्रवाई ने संभावित जान-माल की क्षति को टालते हुए सुरक्षा सुनिश्चित की।

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार असिस्टेंट कमांडेंट सुधीर कुमार के नेतृत्व में जिला बल और 65वीं वाहिनी सीआरपीएफ की एफ कंपनी की संयुक्त टीम 18 मई को गौरमुंड के जंगलों में अभियान पर रवाना हुई। अभियान के दौरान सुरक्षा बलों को दो 5-5 किलोग्राम के IED बरामद हुए, जिन्हें बम निरोधक दस्ता (BDS) ने सुरक्षित रूप से नष्ट कर दिया। यदि ये बम विस्फोट करते, तो आसपास के ग्रामीणों, जंगल में चर रहे पशुओं और सुरक्षा बलों पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता था।
अभियान के दौरान सुरक्षाबलों को जंगल में सोलर प्लेट, वायर, बर्तन सहित अन्य नक्सल सामग्री भी मिली। बरामद सामान से यह संकेत मिलता है कि नक्सली इलाके में अपनी गतिविधियों को मजबूत करने की कोशिश कर रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि इन वस्तुओं को जब्त कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
इस अभियान ने स्पष्ट कर दिया है कि नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत सुरक्षा बल पूरी सतर्कता बरत रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि इलाके में सुरक्षा की दृष्टि से लगातार सर्चिंग अभियान जारी रहेगा। स्थानीय निवासियों से भी अपील की गई है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।
इस अभियान में सुरक्षा बलों की मुस्तैदी और त्वरित कार्रवाई से एक बड़ा हादसा टल गया। यदि ये विस्फोटक सक्रिय होते, तो इसका प्रभाव न केवल सुरक्षाबलों बल्कि स्थानीय निवासियों और पर्यावरण पर भी पड़ता। वरिष्ठ अधिकारियों ने बलों की तत्परता की सराहना की और आश्वस्त किया कि अगले कुछ दिनों तक इलाके में गहन जांच और सर्चिंग अभियान जारी रहेगा।
सुरक्षा बलों ने इलाके के ग्रामीणों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि नक्सल गतिविधियों को रोकने के लिए प्रशासन और आम जनता के बीच सामंजस्य आवश्यक है। यदि किसी को भी संदिग्ध गतिविधि या वस्तु दिखे, तो वे तुरंत निकटतम पुलिस थाना या सुरक्षा बलों को सूचित करें।