धमतरी में दो भीषण सड़क हादसे: तीन की मौत, तेज रफ्तार और लापरवाही बनी जानलेवा
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में रविवार को हुए दो अलग-अलग सड़क हादसों में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। एक हादसे में दो युवकों की जान गई, जबकि दूसरे में एक बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों घटनाओं में तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी मुख्य कारण रही।

रायपुर, 17 दिसंबर 2025: धमतरी जिले की सड़कें इन दिनों मौत का रास्ता बनती जा रही हैं। रविवार को जिले के मगरलोड और भखारा थाना क्षेत्रों में हुए दो अलग-अलग सड़क हादसों ने तीन परिवारों को गहरे शोक में डुबो दिया। इन घटनाओं ने न केवल स्थानीय लोगों को झकझोर दिया, बल्कि प्रशासन की सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मगरलोड में आमने-सामने की टक्कर, दो युवकों की मौत
पहली घटना मगरलोड थाना क्षेत्र के भरदा गांव के पास हुई। गांव निवासी संजय साहू और तरुण साहू दवाई खरीदने मगरलोड गए थे। लौटते समय मगरलोड तालाब के पास उनकी बाइक की एक अन्य तेज रफ्तार बाइक से आमने-सामने की टक्कर हो गई। हादसा इतना भीषण था कि संजय साहू की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तरुण साहू ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस हादसे ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है।
भखारा में हाइवा की चपेट में आए बुजुर्ग
दूसरी घटना भखारा थाना क्षेत्र के सेमरा गांव में सोमवार सुबह हुई। 65 वर्षीय चोवा राम सिन्हा रोज़ की तरह सुबह टहलने निकले थे, तभी एक तेज रफ्तार हाइवा वाहन ने उन्हें कुचल दिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर भारी वाहनों की गति पर कोई नियंत्रण नहीं है, जिससे हादसों की आशंका बनी रहती है।
सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल
लगातार हो रहे इन हादसों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जिले में ट्रैफिक नियमों का पालन न होना और प्रशासन की निष्क्रियता आम लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। न तो सड़क किनारे पर्याप्त चेतावनी संकेत हैं, न ही गति नियंत्रण के लिए स्पीड ब्रेकर। इसके अलावा, हेलमेट और अन्य सुरक्षा उपायों की अनदेखी भी हादसों को न्योता दे रही है।
प्रशासन और नागरिकों की साझा जिम्मेदारी
इन घटनाओं से यह स्पष्ट है कि सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि आम नागरिकों की भी जिम्मेदारी है। ट्रैफिक नियमों का पालन, गति सीमा का ध्यान और सतर्कता ही इन हादसों को रोक सकती है। प्रशासन को चाहिए कि वह दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाए, सीसीटीवी कैमरे लगाए और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई करे।



