महतारी वंदन योजना की 20वीं किश्त जारी, मुख्यमंत्री बस सेवा योजना का शुभारंभ
अमित शाह का बस्तर दौरा: नक्सलवाद को विदाई की घोषणा, स्वदेशी और संस्कृति पर बल


जगदलपुर । केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने बस्तर प्रवास के दौरान मुरिया दरबार में ऐतिहासिक घोषणाएँ कीं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि नक्सलवाद को भारत की भूमि से विदाई देने की तिथि 31 मार्च 2026 तय की गई है। उन्होंने बस्तर की जनता से अपील की कि वे अपने युवाओं को हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित करें।
श्री शाह ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार की सरेंडर नीति के तहत एक माह में 500 से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। नक्सल मुक्त गाँवों को 1 करोड़ की विकास राशि दी जाएगी। उन्होंने चेताया कि यदि कोई हथियार उठाकर शांति भंग करेगा, तो सुरक्षा बलों द्वारा उसका माकूल जवाब दिया जाएगा।
मुरिया दरबार की ऐतिहासिक परंपरा को वैश्विक धरोहर बताते हुए शाह ने कहा कि यह न्यायिक व्यवस्था, आदिवासी संस्कृति और जन संवाद का अनूठा उदाहरण है। उन्होंने बस्तर दशहरा की विविध परंपराओं की सराहना करते हुए इसे गौरव और अभिमान का पर्व बताया।
स्वदेशी जागरण मंच के मेले में भाग लेते हुए श्री शाह ने कहा कि यदि 140 करोड़ भारतीय स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करें, तो भारत को दुनिया की सर्वोच्च आर्थिक व्यवस्था बनने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा GST में दी गई राहतों की भी जानकारी दी।
अमित शाह ने आदिवासी सम्मान की दिशा में उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति पद पर द्रौपदी मुर्मू की नियुक्ति, बिरसा मुंडा जयंती को जनजाति गौरव वर्ष घोषित करने और पद्म पुरस्कारों से सम्मानित आदिवासी विभूतियों का उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि महतारी वंदन योजना की 20वीं किश्त के तहत 606 करोड़ से अधिक राशि 70 लाख महिलाओं के खातों में जमा की गई है। साथ ही मुख्यमंत्री बस सेवा योजना की शुरुआत की गई, जिसमें 34 मार्गों पर 34 बसें चलाई गईं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह का बस्तर आगमन उनके आत्मीय लगाव का प्रतीक है। उन्होंने बस्तर ओलंपिक, पंडुक और स्वदेशी मेले का निरीक्षण कर आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को आगे बढ़ाया।