
रायपुर । राजधानी रायपुर में करोड़ों रुपये की बैंक धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने लंबे समय से फरार दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी नकली डिमांड ड्राफ्ट (डी.डी.) बनाकर इंडसइंड बैंक से करोड़ों रुपये की ठगी करने में संलिप्त थे।

इंडसइंड बैंक के तत्कालीन प्रबंधक मुन्ना सिंह ने मौदहापारा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 27 फरवरी 2023 को श्री श्याम ट्रेडिंग नामक खाते में एक फर्जी डिमांड ड्राफ्ट के जरिए 4.95 करोड़ रुपये की राशि जमा की गई थी। प्रारंभिक जांच में यह ड्राफ्ट बंजारा हिल्स, हैदराबाद शाखा से बना होना पाया गया।
जब बैंक अधिकारियों ने बंजारा हिल्स शाखा से सत्यापन किया, तो पता चला कि असली 4.95 करोड़ रुपये का डिमांड ड्राफ्ट बैंक में मौजूद था, जबकि रायपुर में प्रस्तुत ड्राफ्ट फर्जी था। इस धोखाधड़ी का पता चलते ही श्री श्याम ट्रेडिंग के खाते को तत्काल 4.65 करोड़ रुपये की राशि के साथ फ्रीज कर दिया गया।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर थाना मौदहापारा की टीम ने लगातार आरोपियों के छिपने के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की। 30 मई 2025 को मिली गुप्त सूचना के आधार पर आकाश नाई और कमल किशोर केशरवानी को रायपुर से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उन्होंने बैंक धोखाधड़ी की योजना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की।
गिरफ्तार आरोपी
- आकाश नाई (24 वर्ष) – मूल निवासी बीदासर, चुरू (राजस्थान), वर्तमान में रायपुर में रह रहा था।
- कमल किशोर केशरवानी (65 वर्ष) – रायपुर के फाफाडीह क्षेत्र का निवासी।
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120बी के तहत मामला दर्ज किया है। इस घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।