रायपुर रेल मंडल में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा ‘आपरेशन महिला सुरक्षा’, महिला कोच में यात्रा करने वाले पुरुष यात्रियों के विरुद्ध कार्यवाही

रायपुर । रेलवे बोर्ड द्वारा प्राप्त निर्देश अनुसार महिला सुरक्षा अभियान 18 अप्रैल से 24 अप्रैल तक चलाया जा रहा है ।जिसमें ट्रेन में महिला कोच में यात्रा करने वाले पुरुष यात्रियों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है।

रायपुर मंडल में ट्रेन में महिला यात्रियों के लिए आरक्षित कोच में यात्रा करने वाले पुरुष यात्रियों के विरुद्ध रेल अधिनियम की धारा 162 के तहत कुल 98 पुरुष यात्रियों पर अभियान के दौरान कार्यवाही की गई।

आम जनों को जागरूक करने हेतु ट्रेन, यात्री प्रतीक्षालय, यात्री परिसर आदि जगह पर पंपलेट चिपकाया गया।अभियान के दौरान बल सदस्य द्वारा महिला यात्रियों को यात्रा के दौरान यदि किसी अवांछनीय तत्व एवं किसी पुरुष यात्री के द्वारा किसी प्रकार की छेड़छाड़ व अन्य महिला संबंधित अपराध का कृत्य करते हैं या करने की कोशिश करते है एवं उनकी सुरक्षा में संकट होने पर तत्काल इसकी सूचना रेलवे सुरक्षा बल, शासकीय रेल पुलिस, कार्यरत टीटीई को सूचित करने के लिए कहा गया।

साथ ही साथ 139 टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर पर जानकारी देने के लिए भी कहा गया।ताकि महिला सुरक्षा के मद्देनजर हर प्रकार की सहायता प्रदान किया जा सके। उन्हें यह भी आश्वत किया गया है कि रेलवे प्रशासन एवं रेलवे सुरक्षा बल उनकी सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर है।

यात्री गाड़ियों में महिलाओं के लिए आरक्षित डिब्बे में लगातार अभियान चलाया जा रहा है एवं पुरुष यात्री यात्रा करते हुए पाए जाने पर उसके विरुद्ध रेलवे अधिनियम के तहत कार्रवाई भी की जा रही है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button