कब से लग रहा है धनु खरमास, इस दौरान क्या करें और क्या नहीं, जानें खास नियम
आइए देखते है अब से लग रहा है खरमास..

सनातन धर्म में सूर्य के गोचर यानी राशि परिवर्तन को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. जब सूर्य देव एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, तब संक्रांति का पर्व मनाया जाता है.
इस पवित्र दिन पर भक्तजन पवित्र नदियों में स्नान, ध्यान, पूजा और दान-पुण्य करते हैं. मान्यता है कि सूर्य के राशि परिवर्तन से कई राशियों के जातकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं, विशेष रूप से करियर और आत्मविश्वास से जुड़े मामलों में. सूर्य देव लगभग 30 दिनों तक एक राशि में स्थित रहते हैं और इसके बाद आगे बढ़ते हैं. लेकिन जब सूर्य धनु या मीन राशि में प्रवेश करता है, तब एक विशेष अवधि शुरू होती है जिसे खरमास कहा जाता है. यह अवधि शुभ कार्यों के लिए वर्जित मानी गई है. आइए जानते हैं कि इस साल धनु खरमास कब से लग रहा है, इस दौरान क्या करें और क्या नहीं और इस पवित्र महीने से जुड़े खास नियम क्या हैं.
खरमास क्या होता है?
धनु और मीन, दोनों ही राशियां बृहस्पति ग्रह के स्वामित्व में आती हैं. जब सूर्य इन राशियों में गोचर करते हैं, तब माना जाता है कि गुरु का प्रभाव कमजोर पड़ जाता है. चूंकि, बृहस्पति को देवताओं का गुरु और शुभ कार्यों का कारक माना गया है, इसलिए इस अवधि में विवाह, गृह प्रवेश, नए कार्यारंभ, व्यापार की शुरुआत जैसे शुभ कार्यों को रोक दिया जाता है. खरमास के दौरान धार्मिक अनुष्ठान, व्रत, उपासना और दान करने की सलाह दी जाती है, लेकिन नए शुभ कार्य नहीं किए जाते.
खरमास कब लगता है?
ज्योतिष के अनुसार सूर्य जब धनु राशि में प्रवेश करता है, तब पहला खरमास लगता है. सूर्य के मीन राशि में आने पर दूसरा खरमास प्रारंभ होता है. इन दोनों राशियों में सूर्य के रहने के दौरान गुरु का प्रभाव कमज़ोर होता है, और इसी कारण शुभ कार्यों पर प्रतिबंध माना जाता है.
कब से लगेगा धनु खरमास?
सूर्य 16 दिसंबर 2025 को धनु राशि में प्रवेश करेंगे. यह अवधि लगभग एक महीने तक चलेगी. जबकि, इसका समापन 14 जनवरी 2026 को होगा, जब सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेंगे. धनु खरमास का समापन भी इसी दिन होगा.
खरमास में क्या करना चाहिए?
भगवान विष्णु-सूर्य की पूजा, जप-तप, ध्यान, दान-पुण्य, जरूरतमंदों की मदद, धार्मिक ग्रंथों का पाठ, व्रत और साधना इत्यादि कार्य धनु खरमास के दौरान किए जा सकते हैं. खरमास में इन कार्यों को करने की मनाही नहीं होती.
खरमास में क्या नहीं करना चाहिए?
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धनु खरमास में विवाह, गृह प्रवेश, नया घर/दुकान शुरू नहीं करने चाहिए. इसके साथ ही इस दौरान वाहन या संपत्ति खरीदने से बचना चाहिए. अगर संभव हो तो इस दौरान बड़े आर्थिक निर्णय लेने से भी बचना चाहिए. इसके अलावा इस दौरान क्रोध, मांसाहार, शराब, नकारात्मक आदतों से दूर रहें.



