9 स्थायी वारंटों का आरोपी गुरुदेव सिंह पंजाब से गिरफ्तार,4 थानों में दर्ज हैं मामले

रायपुर । रायपुर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। विभिन्न थानों में दर्ज अपराधों के फरार वांछित आरोपी गुरुदेव सिंह को पंजाब से गिरफ्तार कर रायपुर लाया गया है। आरोपी के खिलाफ कुल 9 स्थायी वारंट लंबित थे, जिनमें डकैती, चोरी, धमकी, मारपीट एवं अवैध शराब तस्करी जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।

पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा एवं एसएसपी डॉ लाल उमेद सिंह के निर्देशानुसार फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया गया, जिसके अंतर्गत यह कार्रवाई की गई।

आरोपी की पृष्ठभूमि

गुरुदेव सिंह पिता जनरैल सिंह (22 वर्ष) मूलतः ग्राम तारीवाल, जिला अमृतसर (पंजाब) का निवासी है, जो पूर्व में वीर सावरकर नगर, हीरापुर, रायपुर में रहता था। उसके खिलाफ रायपुर के थाना आमानाका, सिविल लाइन, सरस्वती नगर और कबीर नगर में अलग-अलग मामलों में कुल 9 स्थायी वारंट न्यायालय द्वारा जारी किए गए थे।

प्रमुख अपराधों की सूची

थाना आमानाका:

  • 2014 व 2016 के चार मामलों में डकैती और आबकारी अधिनियम की धाराएँ।

थाना सिविल लाइन:

  • 2011 और 2016 में चोरी एवं 299 जाफौ के मामले।

थाना सरस्वती नगर:

  • वर्ष 2012 में गाली-गलौज, धमकी और मारपीट।

थाना कबीर नगर:

  • 2015 के दो मामलों में मारपीट व आबकारी अधिनियम।

इसके अतिरिक्त, आरोपी को इसी वर्ष पंजाब पुलिस ने 10 किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया था और वर्तमान में वह पंजाब की जेल में निरुद्ध था। रायपुर पुलिस ने प्रोटेक्शन वारंट के माध्यम से उसे पंजाब से रायपुर लाकर सभी लंबित स्थायी वारंटों की तामील की।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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