
रायपुर, । सड़क दुर्घटनाओं के प्रभावी प्रबंधन और पीड़ितों को त्वरित सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से रायपुर पुलिस ने eDAR (Electronic Detailed Accident Report) एवं iRAD (Integrated Road Accident Database) प्रणाली पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात कार्यालय में हुए इस सत्र में जिले के 20 थानों से 25 पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।

iRAD प्रणाली: डिजिटल राहत का नया आयाम
आईजी ट्रैफिक, छत्तीसगढ़ पुलिस, संजय शर्मा ने iRAD ऐप के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह तकनीक घायल व्यक्तियों को त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इसके अंतर्गत ।पीड़ित को 7 दिनों तक ₹1.50 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलेगा, जबकि गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुँचाने वाले नागरिक को ₹25,000 की सम्मान राशि।प्रदान की जाएगी। उन्होंने थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि दुर्घटनाओं की सूचना तत्काल iRAD में दर्ज की जाए, ताकि राहत कार्य शीघ्रता से संपन्न हो सके।
विशेषज्ञों द्वारा तकनीकी प्रशिक्षण
स्टेट मैनेजर eDAR (छत्तीसगढ़), ने iRAD और eDAR प्लेटफॉर्म पर विस्तृत तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया। उन्होंने दुर्घटना की जानकारी दर्ज करने की प्रक्रिया और इसके लाभों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। जिला प्रबंधक eDAR, अर्चना राजपूत ने थाना स्तर पर प्रविष्टियों की प्रक्रिया स्पष्ट की और सभी थानों के कर्मचारियों की iRAD आईडी बनवाने का कार्य पूरा किया।
डिजिटल एकीकरण एवं भविष्य की रणनीति
जॉइंट डायरेक्टर NIC, श्री अमित देवांगन ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार, भविष्य में सड़क दुर्घटनाओं की प्रविष्टियाँ केवल eDAR पोर्टल के माध्यम से की जाएंगी जिससे पीड़ितों को मुआवजा शीघ्रता से मिल सकेगा। उन्होंने यह भी बताया कि CCTNS (Crime and Criminal Tracking Network and Systems) को अब iRAD से जोड़ दिया गया है, जिससे दुर्घटनाओं का डेटा अधिक सुव्यवस्थित और विश्लेषण योग्य होगा।
समाप्ति एवं भविष्य की दिशा
यह प्रशिक्षण पुलिस अधिकारियों को डिजिटल उपकरणों से लैस करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे दुर्घटनाओं की त्वरित रिपोर्टिंग, राहत कार्यों में गति, एवं पीड़ितों को शीघ्र मुआवजा मिलने की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा। अंत में सभी अधिकारियों को उनकी सक्रिय सहभागिता के लिए धन्यवाद दिया गया। रायपुर पुलिस द्वारा भविष्य में ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों का विस्तार किए जाने की योजना है, ताकि सड़क सुरक्षा को और अधिक सशक्त बनाया जा सके।