प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ के रजत महोत्सव पर दीं विकास की सौगातें, माओवाद पर कड़ा संदेश



रायपुर, 1 नवंबर 2025 — छत्तीसगढ़ के स्थापना दिवस के रजत महोत्सव पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य को कई महत्वपूर्ण सौगातें दीं और नवा रायपुर में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा में जय जोहार कहकर स्थानीय जनता से आत्मीय संवाद स्थापित किया और राज्य के विकास, सामाजिक न्याय और माओवाद के खात्मे पर जोर दिया।

नवा रायपुर में नई विधानसभा भवन और अटल जी की प्रतिमा का लोकार्पण

प्रधानमंत्री मोदी ने नवा रायपुर में नव निर्मित छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन का उद्घाटन किया, जिसे हरित संरचना के रूप में विकसित किया गया है। इसमें सौर ऊर्जा प्रणाली और वर्षा जल संचयन जैसी पर्यावरणीय सुविधाएं शामिल हैं। इसके साथ ही उन्होंने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया, जिन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

₹14,260 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात

प्रधानमंत्री ने ₹14,260 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिनमें सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य और ऊर्जा क्षेत्र की योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक एवं जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय और ब्रह्मकुमारीज के शांति शिखर ध्यान केंद्र का भी उद्घाटन किया।

पीएम आवास योजना के लाभार्थियों को चाबियां

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना के पांच लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से आवास की चाबियां सौंपीं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गरीबों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और हर नागरिक को सम्मानजनक जीवन देने का प्रयास कर रही है।

माओवाद पर सख्त रुख और विपक्ष पर हमला

अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ अब माओवाद के आतंक से मुक्त हो रहा है और यह राज्य अब शांति, समृद्धि और स्थिरता की ओर अग्रसर है। उन्होंने विपक्षी दलों पर सामाजिक न्याय के नाम पर दिखावा करने और घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग संविधान की किताब हाथ में लेकर जनता को भ्रमित करते हैं, जबकि वर्षों तक उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता के साथ अन्याय किया।

लोकतंत्र और जनसेवा का संदेश

प्रधानमंत्री ने कहा कि नई विधानसभा भवन केवल कानून बनाने की जगह नहीं, बल्कि यह जनसेवा और लोकतंत्र की भावना का प्रतीक है। उन्होंने नागरिक देवो भव के मंत्र को दोहराते हुए जनप्रतिनिधियों से जनता की सेवा को सर्वोपरि रखने का आह्वान किया।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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