शुभ कार्यों से पहले जानें आज का राहुकाल, पंचांग और धार्मिक महत्व
आज 3 नवंबर 2025 को रायपुर में राहुकाल सुबह 07:32 बजे से 08:57 बजे तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त 11:39 बजे से 12:22 बजे तक रहेगा। शुभ कार्यों के लिए अभिजीत मुहूर्त को प्राथमिकता दी जा सकती है यदि वह राहुकाल से अलग हो।

रायपुर, 3 नवंबर 2025 — आज हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन उत्तरभाद्रपदा नक्षत्र और हरषाना योग का संयोग बन रहा है, जो मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है। चंद्रमा आज मीन राशि में स्थित हैं, जिसके स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं।
राहुकाल क्या होता है और क्यों होता है
राहुकाल वैदिक ज्योतिष में एक ऐसा समय माना जाता है जब राहु ग्रह की नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय रहती है। यह काल हर दिन अलग-अलग समय पर आता है और इसकी अवधि लगभग 90 मिनट होती है। इस समय में कोई भी नया या शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, यात्रा आरंभ, नया व्यापार शुरू करना आदि नहीं करना चाहिए क्योंकि राहु की अशुभ छाया इन कार्यों की सफलता में बाधा डाल सकती है।
आज का राहुकाल (Raipur):
सुबह 07:32 बजे से 08:57 बजे तक1
इस समय यात्रा आरंभ, नया कार्य, पूजन, यज्ञ, निवेश आदि से बचना चाहिए।
हालांकि, जप, ध्यान, तप, दान जैसे कार्य इस समय किए जा सकते हैं क्योंकि ये आत्मिक उन्नति से जुड़े होते हैं।
शुभ मुहूर्त (Raipur):
अभिजीत मुहूर्त: 11:39 बजे से 12:22 बजे तक2
लाभ चोगड़िया: 10:21 बजे से 11:46 बजे तक
अमृत चोगड़िया: 11:46 बजे से 01:12 बजे तक
इन समयों में विवाह, गृह प्रवेश, वाहन खरीद, पूजन, निवेश जैसे कार्य किए जा सकते हैं।
अशुभ मुहूर्त:
यमगण्ड काल: 10:22 बजे से 11:47 बजे तक
गुलिक काल: 01:12 बजे से 02:37 बजे तक
इन समयों में भी शुभ कार्यों से बचना चाहिए।
यदि राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त एक साथ पड़ जाए तो क्या करें?
यदि अभिजीत मुहूर्त राहुकाल के भीतर आता है, तो शुभ कार्यों को टालना ही उचित होता है। अभिजीत मुहूर्त अत्यंत शुभ माना जाता है, लेकिन राहुकाल की अशुभता इसे प्रभावित कर सकती है। ऐसे में कार्य को अभिजीत मुहूर्त के बाद या पहले करना बेहतर होता है।
आज का धार्मिक महत्व
त्रयोदशी तिथि विशेष रूप से भगवान शिव की आराधना के लिए उत्तम मानी जाती है। उत्तरभाद्रपदा नक्षत्र और हरषाना योग के कारण आज शिव पूजन, जलाभिषेक, रुद्र पाठ करने से मानसिक शांति, स्वास्थ्य लाभ और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है3।
पंचांग विवरण (Raipur):
- तिथि: शुक्ल पक्ष त्रयोदशी
- नक्षत्र: उत्तरभाद्रपदा
- योग: हरषाना
- चंद्र राशि: मीन
- सूर्योदय: 06:07 AM
- सूर्यास्त: 05:26 PM
डिस्क्लेमर:
यह रिपोर्ट केवल सूचनात्मक उद्देश्य से प्रकाशित की गई है। इसमें उल्लिखित राहुकाल, शुभ-अशुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व की जानकारी विभिन्न ज्योतिषीय स्रोतों से संकलित है। www.the4thpillar.live इस जानकारी की पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देता। किसी भी धार्मिक या सामाजिक निर्णय से पहले व्यक्तिगत विवेक और विशेषज्ञ परामर्श आवश्यक है।



