हत्या के प्रयास में आरोपी गिरफ्तार, कैंची से किया था जानलेवा हमला

भाई को बचाने आए द्वारिका गुप्ता पर आरोपी ने किया हमला, पुलिस ने कैंची बरामद कर आरोपी को जेल भेजा

रायपुर । आजाद चौक थाना क्षेत्र भाठागांव निवासी अमित साहू उर्फ़ बाबा उर्फ़ सुमित विश्वकर्मा को हत्या के प्रयास के मामले में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर केंद्रीय जेल रायपुर भेज दिया गया है। घटना 1 सितंबर की रात को बढ़ाईपारा मोहल्ले में हुई थी, जहां आरोपी ने कैंची से हमला कर एक युवक को गंभीर रूप से घायल कर दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रार्थी शेखर गुप्ता ने थाना आजाद चौक में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आरोपी अमित साहू, जो कि रावतपुरा कॉलोनी, ग्रीन विहार फेस-01 के सामने का निवासी है, अक्सर उनके मोहल्ले में संदिग्ध रूप से घूमता रहता था।  1 सितंबर 2025 की रात लगभग 12:45 बजे, जब प्रार्थी के भाई द्वारिका गुप्ता ने आरोपी को टोका, तो उसने द्वारिका पर जानलेवा हमला करते हुए पेट में कैंची से वार कर दिया। घायल अवस्था में द्वारिका को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

थाना आजाद चौक पुलिस ने प्रार्थी की शिकायत पर अपराध क्रमांक 258/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 296, 351(2), और 109 के अंतर्गत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।  पुलिस ने आरोपी से घटना में प्रयुक्त कैंची को बरामद कर लिया है। 3 सितंबर को आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।

गिरफ्तार आरोपी का विवरण

अमित साहू उर्फ़ बाबा उर्फ सुमित विश्वकर्मा पिता गणेश विश्वकर्मा उम्र 27 वर्ष पता भाटा गांव रावतपुरा कॉलोनी ग्रीन विहार फेस 01 के सामने थाना टिकरापारा जिला रायपुर

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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