पनीर खा रहे हैं तो रहें सावधान!, खाद्य विभाग ने जब्त किया 2500 किलो नकली पनीर, फैक्टरी सील

रायपुर । अगर आप भी पनीर खाने के शौकीन हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि मिलावटखोरी पर खाद्य विभाग ने रायपुर में बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली पनीर बनाने की फैक्ट्री को सील किया है। इस फैक्ट्री से 2500 किलोग्राम डुप्लीकेट पनीर जब्त किया गया है। जांच में टीम को पनीर में हानिकारक रसायन, डालडा,पाम ऑयल, तेल, मैदा समेत कई चीजों की मिलावट मिली है, जो सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक है।

चंदन कुमार नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने बताया कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन कार्यालय को सूचना मिली थी कि बीरगांव के काशी एग्रो फूड्स में बिना दूध के कैमिकल एवं अन्य रसायन जैसे डालडा एवं smp डालकर नकली पनीर बनाकर पैक किया जा रहा। इस पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की उड़नदस्ता टीम ने काशी एग्रो फूड्स में छापामार कार्रवाई करते हुए पनीर में मिलावट मिलने पर फैक्ट्री को सील किया।

कार्रवाई के लिए पहुंची टीम ने संचालक द्वारा डुप्लीकेट पनीर बनाते हुए पकड़ा और 2500 किलोग्राम पनीर का स्टॉक जब्त किया। मौके पर किसी भी प्रकार के दस्तावेज जैसे स्टॉक रजिस्टर, किट रहित प्रणाम पत्र, पोषणकारी मान जैसे प्रोटीन की मात्रा आदि की जानकारी नहीं दी गई। साथ ही जो पानी से पनीर बनाया जा रहा था उसका tds 900 है, जो बहुत ज्यादा है। हैवी मेटल ph 8. 3 मिला है। मौके से कुछ खतरनाक रसायन पकड़े गए।

पूरी कार्रवाई में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के नियंत्रक चंदन कुमार के निर्देशन में की गई। टीम में सहायक आयुक्त मोहित बेहरा, नितेश मिश्रा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी राखी ठाकुर, खीर सागर पटेल, अजीत बघेल, संतीश राज, प्रकाश परमार लैब स्टाफ आदि शामिल थे।

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Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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