रायपुर में नर्स की हत्या: प्रेम संबंधों में शक बना जानलेवा, आरोपी चंद घंटे में पकड़ा गया

प्रेम प्रसंग में शक के चलते की गई हत्या, आरोपी ने आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की



रायपुर । टिकरापारा थाना क्षेत्र के लालपुर स्थित पटेल चौक के पास किराए के मकान में निवासरत प्रियंका दास (उम्र 23), जो रायपुर के एक निजी अस्पताल में नर्स के पद पर कार्यरत थीं, की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी दुर्गेश वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की थी।

घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राइम एंड साइबर यूनिट तथा टिकरापारा थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। आसपास के लोगों से पूछताछ और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने आरोपी की पहचान की और कुछ ही घंटों में उसे गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस पूछताछ में आरोपी दुर्गेश वर्मा (उम्र 21, निवासी दुर्गा चौक, बड़ा अशोक नगर, गुढ़ियारी) ने स्वीकार किया कि उसका पिछले एक वर्ष से मृतिका प्रियंका दास के साथ प्रेम संबंध था। उसे शक था कि प्रियंका किसी अन्य युवक से बात करती है। इसी शक के चलते उसने पूर्व नियोजित तरीके से सब्जी काटने वाला चाकू खरीदा और 08-09 अक्टूबर की रात प्रियंका के घर पहुंचा। विवाद के दौरान उसने चाकू से वार कर प्रियंका की हत्या कर दी और हत्या को आत्महत्या दिखाने के लिए चाकू मृतिका के हाथ में पकड़ा कर फरार हो गया।

पुलिस ने आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया है। आरोपी के विरुद्ध थाना टिकरापारा में अपराध क्रमांक 799/25, धारा 103(1) भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत मामला दर्ज कर विधिवत कार्रवाई की जा रही है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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