रायपुर एक बार फिर बनेगा आस्था का केंद्र: पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की ‘श्री हनुमंत कथा’ 4 से 8 अक्टूबर तक
युवा समाजसेवी बसंत अग्रवाल के नेतृत्व में होगा भव्य आयोजन; मुख्यमंत्री साय सहित कई VVIP करेंगे कथा का रसपान


रायपुर । राजधानी रायपुर एक बार फिर आस्था और अध्यात्म के अद्भुत संगम का साक्षी बनने जा रहा है। युवा समाजसेवी बसंत अग्रवाल (थान खम्हरिया वाले) के नेतृत्व में स्व. श्री पुरुषोत्तम अग्रवाल स्मृति फाउंडेशन के तत्वावधान में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पूज्य पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की ‘श्री हनुमंत कथा’ का भव्य आयोजन होने जा रहा है।
यह आयोजन 4 से 8 अक्टूबर, 2025 तक अवधपुरी मैदान, श्रीनगर रोड, गुढ़ियारी स्थित दही हांडी उत्सव स्थल पर किया जाएगा। पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 3 अक्टूबर की शाम को रायपुर पहुंचेंगे।
भव्य स्वागत और नगर भ्रमण
पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 3 अक्टूबर की शाम 6 बजे विवेकानंद एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे, जहाँ चंदन-बसंत अग्रवाल और फाउंडेशन के सदस्य उनका गर्मजोशी से स्वागत करेंगे। इसके उपरांत, भारत माता चौक पर भव्य स्वागत के बाद वे नगर भ्रमण करते हुए कथा स्थल की ओर प्रस्थान करेंगे। गुढ़ियारी की पावन धरा पर फूलों की वर्षा के साथ उनका अभिनंदन किया जाएगा। कथा का सीधा प्रसारण संस्कार टीवी और बसंत अग्रवाल के आधिकारिक सोशल मीडिया चैनलों पर प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से संध्या 7 बजे तक किया जाएगा। इस दौरान, वे किसी भी दिन सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच अपना दिव्य दरबार भी लगा सकते हैं।
बसंत अग्रवाल बोले: रायपुर बागेश्वर धाम का ‘मौसिया गांव‘
पत्रकारों से चर्चा करते हुए युवा समाजसेवी बसंत अग्रवाल ने उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हर कथा में रायपुर का नाम लेना नहीं चूकते हैं, क्योंकि यह भगवान श्रीराम का नौनिहाल होने के नाते उनका ‘मौसिया का गांव’ है।
उन्होंने कहा कि पिछली बार भक्तों की संख्या उम्मीद से कहीं अधिक थी। इस बार अधिक भक्तों के आने की संभावना को देखते हुए, अवधपुरी मैदान को भव्य पंडाल से सजाया जा रहा है और जगह-जगह एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही हैं ताकि कथा का रसपान करने में किसी को असुविधा न हो।
वीवीआईपी की उपस्थिति से बढ़ेगी शोभा
आयोजक बसंत अग्रवाल ने बताया कि कथा श्रवण के लिए राज्य के कई शीर्ष वीवीआईपी उपस्थित रहेंगे, जिनमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनकी धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय, उपमुख्यमंत्री द्वय अरुण साव और विजय शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह व उनकी धर्मपत्नी वीणा सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, मंत्रिमंडल के सहयोगी, रायपुर के चारों विधायक, निगम, मंडल के सदस्य, महापौर मीनल चौबे और सभापति सूर्यकांत राठौर सहित अन्य गणमान्य नागरिक शामिल रहेंगे।
जनता से विशेष अपील और सुविधाएँ
बसंत अग्रवाल ने आम जनता से विशेष अपील करते हुए कहा कि यातायात को सुगम बनाने के लिए श्रद्धालु फोर-व्हीलर के बजाय दुपहिया वाहनों (बाइक) का अधिक उपयोग करें। कथा स्थल से कुछ ही दूरी पर भव्य पार्किंग स्थल बनाया गया है।
ई-रिक्शा सुविधा: बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए 200 नि:शुल्क ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई है।
पार्किंग: पत्रकारों के लिए अलग से पार्किंग व्यवस्था है।
चाक-चौबंद व्यवस्था: बाहर से आने वाले भक्तों के लिए प्रतिदिन सुबह 10 बजे और रात्रि 9 बजे नि:शुल्क भोजन (भंडारा) तथा कथा समाप्त के बाद प्रसादी की व्यवस्था की गई है।
सेवादारों की बैठक और उत्साह
कथा की तैयारियों के लिए हाल ही में आयोजित बैठक में संजय दुबे (प्रांत संपर्क प्रमुख, RSS), महेश बिरला (रायपुर महानगर संघ चालक, RSS), प्रबल प्रताप सिंह जूदेव और नंदन जैन (प्रदेश उपाध्यक्ष, भाजपा) सहित बड़ी संख्या में धार्मिक व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी संगठनों ने अलग-अलग सेवादारी की जिम्मेदारी ली है। बसंत अग्रवाल ने सभी सेवादारों को उनकी योग्यतानुसार जिम्मेदारियां सौंपकर सेवादारों के प्रमुखों को बिल्ला व बैच प्रदान किए।
कथा के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन और यातायात पुलिस भी अपनी पूरी सेवाएं देगी। छत्तीसगढ़ के साथ-साथ मध्य प्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र के भक्तों में भी कथा को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है, जिससे रायपुर की यह पुण्यधरा आस्था के एक विराट केंद्र के रूप में स्थापित होगी।
पत्रकारवार्ता के दौरान महेश शर्मा, विनोद अग्रवाल, श्रवण शर्मा, वीरेंद्र पारख, डॉ. विकास अग्रवाल, हेमंत साहू, आजाद गुर्जर, रमेश बंसल, पुष्पेंद्र उपाध्याय, संजय दुबे आरएसएस, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नंदन जैन, किशोर महानंद, दीनानाथ शर्मा, जगदेव अग्रवाल, सतनारायण स्वामी, मोहन उपरकार सहित अन्य गणमान्य नागरिकजन उपस्थित थे।