प्रधान न्यायाधीश बी.पी. वर्मा ने किया केंद्रीय जेल का औचक निरीक्षण,कैदियों की सुनी समस्याएं

रायपुर । रायपुर के नवपदस्थ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश बीपी वर्मा एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रमेश कुमार चौहान ने रायपुर केंद्रीय जेल का औचक निरीक्षण किया।

प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश बलराम प्रसाद वर्मा ने केन्द्रीय जेल के पुरूष सेल एवं महिला सेल का औचक निरीक्षण किया और उनके द्वारा जेल परिसर एवं जेल बैरकों की साफ सफाई तथा कैदियों को प्रदान किए जाने वाले भोजन आहार का निरीक्षण किया। जो संतोषजनक पाया गया।

न्यायाधीश वर्मा ने जेल में स्थापित लीगल एण्ड क्लिनिक के क्रियान्वयन का अवलोकन किया। साथ ही लीगल एड डिफेन्स कौन्सिल एवं न्यायमित्र (पी.एल.वी.) को वहां रहने वाले कैदियों को हरसंभव विधिक सुविधा प्रदान किए जाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कोई भी बंदी बिना विधिक प्रतिनिधि या अधिवक्ता के न रहे यह सुनिश्चित करने को कहा।

वर्मा ने विधिक साक्षरता शिविर के माध्यम से कैदियों को लीगल एड क्लिीनिक के कार्यशैली के बारे में जानकारी दी और कैदियों को उनके अधिकारों के बारे में बताया गया। तथा व्यक्तिगत रूप से कैदियों की परेशानियों को भी उनके द्वारा सुना गया।

न्यायाधीश वर्मा केन्द्रीय जेल के हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। वहां उपस्थित चिकित्सकों से मिलकर भर्ती मरीजों की जानकारी ली। उन्होंने चिकित्सकों को निर्देशित किया कि मरीजों को कैदी या अपराधी ना समझते हुए केवल मरीज है। यह समझकर मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए हर संभव उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान किया जाएं।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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