
बसना । सुशासन तिहार के तीसरे चरण की शुरुआत 5 मई को पूरे राज्य में हुई, जिसके तहत बसना विधानसभा क्षेत्र के ग्राम गनेकेरा में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। यह पहल शासन और प्रशासन को जनता के साथ प्रत्यक्ष रूप से जोड़ने और उनकी शिकायतों को मौके पर निपटाने की दिशा में एक प्रभावी कदम साबित हो रही है।

जनहित के लिए तत्पर शासन और प्रशासन
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक डॉ. संपत अग्रवाल उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में शासन की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन ही सुशासन का मूल आधार है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशन में इस तिहार का उद्देश्य प्रशासन को अधिक जवाबदेह बनाना और आमजन को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है।
समस्याओं के समाधान की गारंटी
विधायक अग्रवाल ने जनता को जागरूक और अधिकारों के प्रति सजग रहने की अपील करते हुए कहा, “यदि आपका कार्य लंबित है या कोई समस्या अनसुलझी रह जाती है, तो इसे लेकर चुप न बैठें ,बल्कि संबंधित अधिकारी से संपर्क करें, शिकायत दर्ज करें, और अपनी आवाज बुलंद करें।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रशासन और जनता के बीच संवाद सशक्त बनाने के लिए इस तिहार का आयोजन किया जा रहा है।
इस समाधान शिविर में कुल 15 ग्राम पंचायतों की सहभागिता रही, जहां 3786 मांग और 49 शिकायतें, कुल मिलाकर 3835 प्रकरण प्राप्त किए गए। इनमें से 3769 मांगों और 44 शिकायतों सहित कुल 3813 मामलों का समाधान कर दिया गया, वर्तमान में केवल 22 प्रकरण शेष हैं, जिन पर शीघ्र कार्यवाही की जा रही है।
सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की चेतावनी
विधायक ने प्रशासनिक अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी और जवाबदेही की याद दिलाते हुए चेताया कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी यदि कार्य में लापरवाही बरतता है ,तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।
हितग्राहियों को वितरित किए प्रमाण पत्र
शिविर में बसना विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के हितग्राहियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गए। विधायक अग्रवाल ने नवजात शिशुओं का अन्नप्राशन किया । साथ ही विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया और योजनाओं के तहत प्राप्त आवेदनों की समीक्षा की। और यह भी सुनिश्चित किया कि प्रत्येक आवेदक को उनके मुद्दों का समुचित समाधान मिले।
इस अवसर पर सांसद रूपकुमारी चौधरी, संभागीय आयुक्त महादेव कांवरे, जिला कलेक्टर विनय कुमार लहंगे, जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक, जनपद पंचायत अध्यक्ष दिलेश्वरी निराला, बसना SDM मनोज खांडे, तहसीलदार ममता ठाकुर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और ग्रामवासियों की बड़ी संख्या में भागीदारी रही।
स्थानीय जनता ने सरकार की पहल को बताया सकारात्मक
इस शिविर में ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और अपनी समस्याओं के समाधान प्राप्त किए। स्थानीय जनता ने सरकार की इस पहल को सकारात्मक और प्रभावी कदम बताया और शासन-प्रशासन के सहयोग की सराहना की।
सुशासन तिहार समाधान शिविर शासन और जनता के बीच संवाद को मजबूत करने और जनहितकारी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने की दिशा में सफल साबित हो रहा है। यह पहल छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक सुधार में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध हो सकती है।