सारथी चौक पर युवक से लूट और हमला, मुख्य आरोपी गौरव सिन्हा पुलिस गिरफ्त में

बब्बु कालिया और बाबु बिडी की तलाश जारी, पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की विवेचना



रायपुर । सारथी चौक इलाके में एक युवक से लूट और मारपीट की घटना सामने आई है, जिसमें मुख्य आरोपी गौरव सिन्हा को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। घटना 3 अक्टूबर 2025 की रात करीब 9:30 बजे की है, जब पीड़ित ओम कटारिया (उम्र 18 वर्ष) अपने एक्टिवा से लाखे नगर से आमापारा की ओर जा रहा था।

रास्ते में सारथी चौक के पास तीन युवकों गौरव सिन्हा, बब्बु कालिया और बाबु बिडी ने उसकी गाड़ी रोककर गाली-गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी दी। गौरव सिन्हा ने लकड़ी के बत्ते से, बब्बु कालिया ने बेल्ट से और बाबु बिडी ने हाथ-मुक्के और कैची से हमला किया। इस हमले में पीड़ित को चेहरे, आंख, पीठ, सिर, कंधे और कान में गंभीर चोटें आईं।

हमलावरों ने पीड़ित के गले से आर्टिफिशियल चेन, हाथ की दो अंगूठियां और जेब में रखे 13,000 नकद लूट लिए। पीड़ित की शिकायत पर थाना आजाद चौक में अपराध क्रमांक 295/2025 के तहत बीएनएस की धारा 309(4), 296, 351(2), 115(2) के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया।

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गौरव सिन्हा (उम्र 18 वर्ष 1 माह, निवासी लाखे नगर चौक, साई किराना के पास) को गिरफ्तार कर उसके पास से लूटी गई चेन और अंगूठियां बरामद कीं। साथ ही घटना में प्रयुक्त लकड़ी का बत्ता भी जब्त किया गया। आरोपी को 5 अक्टूबर 2025 को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।

अन्य आरोपी बब्बु कालिया और बाबु बिडी घटना के बाद से फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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