ओडिशा के चक्रवात का असर; छत्तीसगढ़ में मौसम का बदला मिजाज, कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना



रायपुर, 02 नवंबर 2025: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 02 नवंबर 2025 को छत्तीसगढ़ के मौसम में हल्के बदलाव का पूर्वानुमान जारी किया है, जिसका मुख्य कारण पड़ोसी राज्य ओडिशा में बने चक्रवाती तूफान का अवशेष है। इस मौसमी गतिविधि से प्रदेश के कई हिस्सों में बादल छाए रहेंगे और हल्की वर्षा/बूंदाबांदी हो सकती है।

कृषि पर मौसम का प्रभाव और मूल्य की स्थिति

वर्तमान में धान की कटाई का समय चल रहा है और बेमौसम बारिश की संभावना किसानों के लिए चिंता का विषय है।

  • धान (खरीफ फसल): पिछले दिनों हुए चक्रवात मोन्था के अवशेष के प्रभाव से प्रदेश के कई हिस्सों में हुई बारिश से धान की पकी हुई फसल को नुकसान पहुंचा है। यदि 02 नवंबर को भी वर्षा होती है, तो यह कटाई और खलिहान में रखी फसल की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है, जिससे दाने की चमक और नमी की मात्रा बढ़ सकती है। यह स्थिति सरकारी खरीद और मिलिंग को प्रभावित कर सकती है।
  • सब्जी और अनाज के मूल्य: बेमौसम बारिश के कारण खेतों में जलभराव या नमी बढ़ने से हरी सब्जियों, खासकर पत्तेदार सब्जियों की आपूर्ति पर असर पड़ सकता है, जिससे बाजार में उनके दाम थोड़े बढ़ सकते हैं। हालांकि, अनाज (धान) के मूल्यों पर तत्काल बड़ा असर पड़ने की संभावना कम है, लेकिन गुणवत्ता प्रभावित होने पर भविष्य में ग्रेडिंग के कारण किसानों को कम दाम मिल सकते हैं।
  • रबी की तैयारी: वर्षा के कारण खेतों में अधिक नमी रबी की बुआई (जैसे चना, अलसी) को कुछ दिनों के लिए बाधित कर सकती है।

रायपुर और छत्तीसगढ़ का विस्तृत मौसम पूर्वानुमान

यह पूर्वानुमान भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा जारी किया गया है।

रायपुर शहर का मौसम (02/11/2025)

राजधानी रायपुर में मौसम आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ शुष्क रहने की संभावना है, लेकिन गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।

  • अधिकतम तापमान: लगभग 30°{C}
  • न्यूनतम तापमान: लगभग 22°{C}
  • वर्षा की मात्रा: वर्षा की संभावना कम है, लेकिन छिटपुट बूंदाबांदी संभव है। (वर्षा की संभावना: 0%)
  • हवा की गति और दिशा: लगभग 11 किलोमीटर प्रति घंटा, हवा का रुख पश्चिमी या पश्चिम-उत्तर-पश्चिमी (WNW) हो सकता है।
  • सूर्योदय का समय: सुबह 06:06 बजे
  • सूर्यास्त का समय: शाम 05:28 बजे

छत्तीसगढ़ के जिलों का सामान्य पूर्वानुमान

ओडिशा से सटे और दक्षिणी छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में मौसमी प्रभाव अधिक देखा जा सकता है।

  • उत्तरी छत्तीसगढ़ (सरगुजा संभाग): कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, सरगुजा में मौसम आंशिक रूप से मेघमय रह सकता है। तापमान में हल्की गिरावट संभव है।
  • मध्य छत्तीसगढ़ (बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर संभाग): बिलासपुर, मुंगेली, कवर्धा, दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव, महासमुंद, गरियाबंद जैसे जिलों में मौसम सामान्यतः बादल छाए रहने के साथ शुष्क रहेगा। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी की संभावना बन सकती है। तापमान लगभग सामान्य रहेगा।
  • दक्षिणी छत्तीसगढ़ (बस्तर संभाग): दंतेवाड़ा, बीजापुर, जगदलपुर, कोंडागांव, नारायणपुर में चक्रवाती अवशेष का प्रभाव समाप्त होने की ओर है, लेकिन नमी के कारण आंशिक बादल और एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा के छींटे पड़ सकते हैं।

चेतावनी अलर्ट (Red, Yellow, Orange)

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा 02/11/2025 के लिए छत्तीसगढ़ के किसी भी जिले के लिए रेड अलर्ट या ऑरेंज अलर्ट जारी नहीं किया गया है।

  • येलो अलर्ट (Yellow Alert): केवल एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा और बिजली गिरने की संभावना को देखते हुए कुछ जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया जा सकता है। इसमें विशेषकर दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ भाग और उनसे सटे मध्य छत्तीसगढ़ के जिले शामिल हो सकते हैं, जहां चक्रवाती अवशेष का अंतिम प्रभाव देखा जा सकता है।

ओडिशा में बने चक्रवात और छत्तीसगढ़ पर उसका प्रभाव

ओडिशा के तट पर हाल ही में चक्रवाती तूफान मोन्था का निर्माण हुआ था, जो लैंडफॉल के बाद कमजोर होकर गहरे निम्न दबाव के क्षेत्र में बदल गया था। इसका अवशेष पूर्वी विदर्भ और उससे लगे दक्षिण छत्तीसगढ़ के ऊपर बना हुआ था और यह धीरे-धीरे उत्तर-पूर्व दिशा की ओर बढ़ रहा है।

छत्तीसगढ़ पर प्रभाव:

  1. वर्षा और नमी: चक्रवात के अवशेष से आई नमी के कारण छत्तीसगढ़ के दक्षिणी और मध्य जिलों (जैसे बस्तर, कांकेर, धमतरी, महासमुंद) में पिछले दिनों में मध्यम से भारी वर्षा हुई। हालांकि 02 नवंबर को यह सिस्टम कमजोर पड़ चुका है, लेकिन वातावरण में अत्यधिक नमी बनी रहने के कारण ही प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की वर्षा या बूंदाबांदी के आसार बने हुए हैं।
  2. रेल आवागमन: ओडिशा और आंध्रप्रदेश से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण पिछले दिनों रेल आवागमन प्रभावित हुआ था। 02 नवंबर तक स्थिति में सुधार होने की संभावना है, लेकिन यात्रियों को यात्रा से पूर्व अपने ट्रेन की स्थिति की जाँच कर लेनी चाहिए।
  3. तापमान: चक्रवात के प्रभाव से बादल छाए रहने के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन अब मौसम साफ होने की ओर है, जिससे दिन के तापमान में क्रमिक वृद्धि और रात के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आने लगेगी, जो शीत ऋतु के आगमन का संकेत है।

सामान्य चेतावनी और सुझाव

लोगों को सलाह दी जाती है कि वे सुबह और शाम के समय तापमान में होने वाले बदलाव को देखते हुए हल्के गर्म कपड़े पहनें। चूंकि कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है, इसलिए किसानों और खुले में काम करने वाले लोगों को बिजली गिरने की आशंका को देखते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है। वाहन चलाते समय विजिबिलिटी का ध्यान रखें।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button