ED दफ्तर नहीं आएंगे पूर्व सीएम के बेटे चैतन्य बघेल,पूर्व सीएम बोले-ED यूं ही मुझे बदनाम करने में लगी,नहीं मिला समन

रायपुर । छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल ने शनिवार को एक चौंकाने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा कि मुझे और मेरे बेटे को ईडी (ED) से पूछताछ के लिए कोई नोटिस नहीं मिला है।

ईडी और भाजपा बदनाम करने का करती काम

उन्होंने इस मौके पर ईडी और भाजपा पर विपक्ष के नेताओं को बदनाम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ईडी सिर्फ बदनाम करने का काम करती है।

बघेल ने कहा कि ईडी सिर्फ हाइप क्रिएट करने का काम करती है। किसी चीज को बड़ा बताने के लिए खबरें लीक की जाती है। उन्होंने कहा कि किसी पोर्टल पर ये खबर चलवाई गई कि नोट गिनने के लिए मशीन मंगवाई गई है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद सामने वाले को बदनाम करना होता है। उन्होंने कहा कि एजेंसियों का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है कि सामने वाले को बदनाम किया जा सके। अभी तक यही किया जा रहा है। दरअसल, भूपेश बघेल के आवास पर ED की रेड के बाद इस बात की चर्चा थी कि ED ने उन्हें कार्यालय में पेश होने का नोटिस दिया है और 15 मार्च को उनके बेटे चैतन्य बघेल की पेशी हो सकती है।

‘पहले भी किया गया परेशान’

बघेल ने कहा कि पहले भी मेरे खिलाफ सीडी केस को लेकर 7 साल तक दुष्प्रचार किया गया, लेकिन जब कोर्ट में केस चला तो कुछ भी नहीं मिला, जिसके बाद हाई कोर्ट ने बाइज्जत बरी कर दिया। उन्होंने कहा कि एजेंसी का इस्तेमाल करना भाजपा का षड्यंत्र है, ताकि किसी भी नेता को बदनाम किया जा सके। वहीं, उन्होंने नोटिस के सवाल पर एक बार फिर से कहा कि अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला। अगर मिलेगा, तो चले जाएंगे।

14 ठिकानों पर पड़े थे छापे

गौरतलब है कि पिछले दिनों भूपेश बघेल और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर ईडी की अलग-अलग टीमों ने छापामार कार्रवाई की थी। इस दौरान ईडी ने बघेल के ठिकानों से 33 लाख के सोने-चांदी समेत कैश जब्त की थी। इसकी जानकारी खुद भूपेश बघेल ने ट्वीट कर दिया था। छापे के बाद उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि ईडी घर से चली गई है। मेरे घर में उनको तीन चीजें मिली हैं। मंतूराम और डॉ. पुनीत गुप्ता (डॉ. रमन सिंह जी के दामाद) के बीच करोड़ों के लेनदेन की बातचीत की पेनड्राइव, डॉ. रमन सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह की सेल कंपनी के कागज, पूरे संयुक्त परिवार में खेती, डेयरी, स्त्रीधन, “कैश इन हैंड” मिलाकर लगभग 33 लाख रुपये, जिनका हिसाब उनको दिया जाएगा। खास बात यह है कि ईडी के अधिकारी कोई ईसीआईआर नंबर नहीं दे पाए हैं।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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