होली त्योहार पर अम्बेडकर अस्पताल में चौबीस घंटे जारी रहेगी आपात चिकित्सा सेवा,मेडिकल स्टाफ के लिए जारी विशेष निर्देश

रायपुर । होली के त्योहार को लेकर अम्बेडकर अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिए अस्पताल अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ एवं पैरामेडिकल स्टाफ समेत समस्त सभी विभागों को विशेष निर्देश जारी किये हैं।

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होली के समय किसी भी प्रकार की दुर्घटनाओं के संभावित प्रकरणों के आने के मद्देनज़र डॉ. संतोष सोनकर ने आपात चिकित्सकीय व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए निर्देश जारी किया है।

होली त्योहार के दिन 14 मार्च को शासकीय अवकाश होने के कारण अस्पताल में ओपीडी यानी बाह्य रोगी विभाग का संचालन नहीं होगा, केवल आपात चिकित्सा सेवा पूर्व की भांति 24 घंटे जारी रहेगी। आपात स्थिति में मरीजों को परेशान न होना पड़े, इसके लिए सभी वार्डों में जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता बनाये रखने तथा सभी मेडिकल स्टाफ को अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है।

होली को देखते हुए अस्पताल के सुरक्षा गार्ड एवं बंदूकधारी गार्ड को सुरक्षा पर ध्यान देने के लिए सिक्योरिटी सुपरवाइजर द्वारा विशेष निर्देश दिये गये हैं।

मरीजों को आवश्यकतानुसार डीकेएस अस्पताल स्थित सुपर स्पेश्यलिटि विभाग में भेजने के लिए अम्बेडकर अस्पताल से डीकेएस अस्पताल तक एम्बुलेंस परिवहन सेवा उपलब्ध रहेगी।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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