रायपुर नगर निगम में सफाई कार्यों की व्यापक समीक्षा बैठक संपन्न, शहर को मुक्कड़ मुक्त बनाए रखने के निर्देश

डोर टू डोर कचरा कलेक्शन अनिवार्य, रामकी कम्पनी को मिले सख्त निर्देश

रायपुर। रायपुर नगर निगम को ‘गार्बेज फ्री सिटी’ के रूप में बनाए रखने के लिए महापौर मीनल चौबे, स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष गायत्री सुनील चंद्राकर एवं आयुक्त विश्वदीप के निर्देश पर अपर आयुक्त स्वास्थ्य श्री विनोद पाण्डेय ने नगर निगम के जोन 1, 4, 6 और 7 में सफाई कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की।

बैठक में जोन कमिश्नर्स, स्वच्छ भारत मिशन के नोडल अधिकारी, जोन स्वास्थ्य अधिकारी, सफाई निरीक्षक, वार्ड सफाई सुपरवाइजर तथा रामकी कम्पनी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी 70 वार्डों में डोर टू डोर कचरा संग्रहण की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया गया।

अपर आयुक्त ने कहा, सफाई कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए,अनुबंधित सफाई कर्मियों की शत-प्रतिशत दैनिक उपस्थिति सुनिश्चित की जाए,वार्डवार निर्धारित कर्मियों की उपस्थिति का रिकॉर्ड तैयार हो,डोर टू डोर कचरा संग्रहण की प्रक्रिया प्रत्येक घर से प्रतिदिन होनी चाहिए।

अपर आयुक्त ने इस बात पर गहरी चिंता जताई कि यदि रामकी कम्पनी द्वारा नियमित कचरा संग्रहण किया जा रहा है, तो फिर सड़कों पर कचरा क्यों दिखाई दे रहा है। सभी घरों से कचरा संग्रहण के बाद भी यदि कचरा सार्वजनिक स्थानों पर मिलता है, तो इसे गंभीरता से लिया जाएगा।

रायपुर शहर को छत्तीसगढ़ राज्य का पहला ‘7 स्टार गार्बेज फ्री सिटी’ घोषित किया गया है। नगर निगम प्रशासन की कोशिश है कि किसी भी कोने में कोई मुक्कड़ न दिखे। इसके लिए सभी जोनों में रामकी कम्पनी को पूरी तरह से जिम्मेदारी सौंपते हुए नियमित कार्यों की निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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