राजधानी में दृश्यम 2.0, शक में शातिर पति ने पत्नी को दी धीमी मौत, फिर कब्र में दफनाया और भेजा फर्जी मैसेज
महरौली में एक सनसनीखेज वारदात ने सबको चौंका दिया, पति ने पत्नी को पांच दिन तक कीटनाशक पिलाकर मारा, शव को कब्रिस्तान में दफनाया और फिर उसके फोन से मैसेज भेजकर गुमराह किया।


नई दिल्ली, 20 अगस्त 2025 – दिल्ली के महरौली इलाके से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक पति ने अपनी पत्नी की हत्या बेहद योजनाबद्ध तरीके से की और फिर उसे गुमशुदगी का रूप देने की कोशिश की। यह वारदात किसी क्राइम थ्रिलर फिल्म की पटकथा जैसी लगती है, लेकिन यह हकीकत है।
मृतका फातिमा (30) की गुमशुदगी की रिपोर्ट 10 अगस्त को उसकी सहेली ने महरौली थाने में दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में आशंका जताई गई थी कि फातिमा को जबरन बंधक बनाया गया है। पुलिस ने जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पति शबाब अली को हिरासत में लिया।
हत्या की वजह और तरीका
पूछताछ में शबाब अली ने बताया कि उसे अपनी पत्नी पर बेवफाई का शक था। इसी शक के चलते उसने फातिमा को 31 जुलाई से 1 अगस्त तक फतेहपुर बेरी स्थित निर्माणाधीन मकान में रखा और उसे लगातार कीटनाशक पिलाता रहा। जब फातिमा को दर्द होता, तो वह एक कंपाउंडर से उसका इलाज भी करवाता था ताकि शक न हो। 1 अगस्त की रात फातिमा की मौत हो गई।
इसके बाद शबाब ने अपने दो साथियों—शाहरुख खान (28) और तनवीर (25)—की मदद से शव को कार में रखा और चंदनहोला इलाके के कब्रिस्तान में दफना दिया। 15 अगस्त को एसडीएम की मौजूदगी में कब्र से शव को बाहर निकाला गया।
शातिर चाल, फर्जी मैसेज और कपड़े गंगनहर में फेंके
हत्या के बाद शबाब अली अमरोहा गया और फातिमा के फोन से एक मैसेज भेजा जिसमें लिखा था, “मैं भागकर किसी और से शादी करने जा रही हूं।” उसने यह मैसेज जानबूझकर भेजा ताकि पुलिस और परिवार को गुमराह किया जा सके। इसके बाद उसने फातिमा के कपड़े गंगनहर के पास फेंक दिए ताकि लगे कि वह वहां गई थी।
शबाब ने पहले पुलिस को बताया कि उसने शव को गंगनहर में फेंक दिया है, जिससे जांच भटक गई। लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो उसने कबूल किया कि शव को महरौली के कब्रिस्तान में दफनाया गया है।
आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी
मुख्य आरोपी शबाब अली (47) पेशे से पेंटर है और मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अमरोहा का निवासी है। उसके साथियों में शाहरुख खान, जो इलेक्ट्रिशियन है, और तनवीर, जो अररिया (बिहार) का निवासी है और पेंटर का काम करता है। पुलिस ने शव को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल की गई कार भी बरामद कर ली है। एक अन्य आरोपी अभी फरार है।
मासूम बच्चों पर कहर
इस हत्या ने फातिमा के दो मासूम बच्चों,11 साल की बेटी और 5 साल के बेटे से मां का साया छीन लिया। अब उनका भविष्य अंधकार में है, क्योंकि पिता सलाखों के पीछे है और मां इस दुनिया में नहीं रही।
यह मामला न केवल घरेलू हिंसा और अविश्वास की भयावहता को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे एक शातिर दिमाग हत्या को छिपाने के लिए तकनीक और चालाकी का इस्तेमाल कर सकता है।