रायपुर । मुजगहन और विधानसभा के पिरदा में हुई चोरी का खुलासा हो गया है। मामले में पत्थर गैंग के दो सदस्यों को मध्यप्रदेश के धार से गिरफ्तार किया गया है। गैंग के तीन सदस्य अब भी फरार हैं।
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शहर में बढ़ रही चोरी की घटनाओं को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तारकेश्वर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी,साइबर सेल प्रभारी रमाकांत साहू एवं संबंधित थानों के थाना प्रभारियों को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।इस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में साइबर सेल की टीम का गठन कर अज्ञात आरोपी की पतासाजी की गई। साइबर सेल के 10 सदस्यों की टीम साइबर सेल प्रभारी रमाकांत साहू के नेतृत्व में मध्य प्रदेश के जिला धार के लिए रवाना की गई।टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि आरोपी मूलतः टाण्डा थाना क्षेत्र के ग्राम बगौली एवं गुराडि़या के निवासी हैं जो पहाड़ों में घर बनाकर निवास करते हैं।द्वारा आरोपियों के संबंध में जानकारी प्राप्त कर स्थानीय पुलिस की मदद लेकर उनकी गिरफ्तारी का प्रयास प्रारंभ किया गया और आरोपियों के निवास क्षेत्र में रेट कार्यवाही प्रारंभ की गई।क्योंकि आरोपी पहाड़ों में घर बना कर निवास करते हैं एवं जाने के लिए केवल पगडंडियों का ही उपयोग किया जाता है जिससे आरोपी दूर से ही पुलिस टीम को देखकर पत्थर एवं तीर कमान से हमला करना प्रारंभ कर देते हैं और पहाड़ों की तरफ भागने लगते हैं एवं आरोपियों के परिवार की महिलाओं द्वारा सामने आकर पुलिस टीम से उलझना एवं गाली देना प्रारंभ कर दिया । उसके बावजूद भी पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तारकेश्वर पटेल ने जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी मुख्य रूप से आउटर क्षेत्र के मकानों को निशाना बनाते थे. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी इसी तरह गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में चोरी की घटना को अंजाम दे चुके हैं. आरोपियों के पास से साढ़े तीन लाख के सोने चांदी के जेवरात और नगदी बरामद किया गया है।तीन आरोपी अभी भी फरार हैं। जिनकी जांच पड़ताल की जा रही है।
मध्यप्रदेश के धार से गिरफ्तार किए गए आरोपियों में छीत्तू मोहनिया और राकेश बामनिया शामिल हैं।पुलिस की टीम जब गिरफ्तार करने गयी थी तो इसमे से एक आरोपी राकेश बामनिया सो रहा था. पुलिस को देखते ही वह उठ गया, इसके बाद उसके घर के आसपास के लोगों ने पुलिस की टीम को घेर लिया था. हालांकिं वहां पर मौजूद एक नगर सैनिक ने टीम की मदद की, जिसके बाद आरोपी को पकड़ा गया।
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