गोठानों में आत्मनिर्भर होकर गोबर के उत्पादों से आय अर्जित कर रहे हैं स्व सहायता समूह

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रायपुर । छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत महिला स्व सहायता समूह गोबर से खाद एवं अन्य उत्पाद तैयार कर अपने कुशल प्रबंधन से आय अर्जित कर रहे हैं। रायपुर नगर निगम के डंगनिया एसएलआर सेंटर के अंतर्गत जय लक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह द्वारा आर्थिक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। इस समूह ने 15 मई तक छह हजार 412 किलो खाद का उत्पादन किया है, जिसमें से तीन हजार 570 किलो खाद की बिक्री से 35 हजार 700 रुपए की आय अर्जित किया है।

वहीं, नगर निगम रायपुर द्वारा अतिरिक्त वित्तीय सहायता (वीजीएफ) के रूप में इस समूह को एक लाख दो हजार रुपए की राशि दी गई है। इस समूह ने गोबर की लकड़ियों एवं कंडे के विक्रय से 26 हजार 355 रुपए की आय भी अर्जित की है। साथ ही समूह को 15 मार्च तक पांच हजार 895 रुपए का लाभांश भी दिया गया है।

गौरतलब है कि गोठानों में गोबर से खाद तथा अन्य वस्तुओं का निर्माण कर रहे समूहों का गठन आत्मनिर्भर माडल के आधार पर किया गया है। इन समूहों को यह अधिकार दिए गए है कि गोबर से निर्मित सभी उत्पाद जैसे खाद, कंडे, लकड़ी की बिक्री से प्राप्त राशि उनके खाते में अंतरित होती है।

Richa Sahay

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