5 से 11 साल के बच्चों के लिए फाइजर कि वैक्सीन को अमेरिका ने दी मंजूरी

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अमेरिका ने अपने वैक्सीनेशन अभियान का विस्तार करते हुए मंगलवार को 5 से 11 साल के बच्चों के लिए फाइजर वैक्सीन (Pfizer Vaccine) को अंतिम मंजूरी दे दी है.

अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने पहले ही बच्चों के लिए वैक्सीन डोज की कम मात्रा (किशोर और वयस्क को दी जाने वाली डोज का तीसरा हिस्सा) लगाने को मंजूरी दी थी. एफडीए से मंजूर की गई वैक्सीन को सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) सिफारिश करता है.

सीडीसी निदेशक डॉ रशेल वलेंस्की की यह घोषणा एडवाइजरी पैनल की सर्वसम्मति से ली गई फैसले के बाद हुई है. पैनल ने को 5 से 11 साल के 2.8 करोड़ बच्चों को फाइजर वैक्सीन दी जाने की सिफारिश की थी. वैक्सीन की मंजूरी कुछ ही घंटों में मिलने की उम्मीद थी. सीडीसी के फैसले से पहले ही फाइजर एंड बायोएनटेक द्वारा तैयार लाखों डोज राज्यों, अस्पतालों और फार्मेसियों को पहले ही भेज दिए गए हैं.

इससे पहले एफडीए कमिटी ने कहा था कि बच्चों में किसी खास तरह के खतरे की आशंका नहीं है और खुराक की मात्रा बढ़ाए जाने पर भी किशोरों में हृदय संबंधी दुष्प्रभाव के मामले बहुत दुर्लभ हैं.

फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन को 12 और उससे ज्यादा वर्ष के लोगों को दिए जाने की अनुमति पहले ही मिल चुकी है लेकिन लोगों का मानना है कि छोटे बच्चों का भी बचाव जरूरी है. कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप के कारण भी बच्चों के संक्रमित होने की आाशंका है.

एफडीए के वैज्ञानिकों ने अपने विश्लेषण में कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने या उससे मौत के जोखिम को रोकने में टीका लाभकारी है और यह फायदा किसी भी स्थिति में बच्चों में वैक्सीन के किसी गंभीर दुष्प्रभाव से कहीं अधिक है.

फाइजर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि बच्चों के लिए तैयार उसका कोविड-19 टीका 5 से 11 साल के बच्चों में संक्रमण के लक्षण उभरने से रोकने में करीब 91 प्रतिशत प्रभावी है.

फाइजर की रिपोर्ट 2,268 बच्चों पर किए अध्ययन के आधार पर सामने आया है. अध्ययन में शामिल बच्चों को तीन सप्ताह के अंतर पर वैक्सीन की कम मात्रा वाली डोज दी गई थी. वयस्कों की तुलना में बच्चों को कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण का खतरा बहुत कम है.

हालांकि एडवाइजरी पैनल के सदस्यों ने इसका निर्णय लेने का अधिकार अभिभावकों पर छोड़ने का फैसला किया कि क्या वे अपने बच्चों को टीका दिलवाना चाहते हैं.