निलंबित आईपीएस जीपी सिंह के हस्ताक्षर और लिखावट की हैंडराइटिंग एक्सपर्ट ने की जांच

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रायपुर । छत्तीसगढ़ के निलंबित आईपीएस जीपी सिंह की गिरफ्तारी से पहले पुलिस की टीम रविवार को चंदखुरी स्थित पुलिस अकादमी पहुंची। एडीजी जीपी सिंह के बंगले से बरामद दस्तावेजों की हैंडराइटिंग का मिलान करने के लिए टीम का गठन किया गया है। टीम ने फाइलों पर जीपी सिंह के हस्ताक्षर और अन्य लिखावट की जांच की। बताया जा रहा है कि दो-तीन दिन में हैंडराइटिंग के मिलान की रिपोर्ट आ जाएगी। इसके बाद जीपी सिंह पर साक्ष्य छिपाने का एक और केस दर्ज हो सकता है। रायपुर के कोतवाली थाने में देशद्रोह का मामला दर्ज होने के बाद से जीपी सिंह फरार हैं।

जीपी सिंह की खोज में पुलिस की पांच टीम दिल्ली, ओडिशा और पंजाब के लिए रवाना हो गई हैं। यहां जीपी के रिश्तेदारों, परिवार के सदस्यों और करीबी लोगों के घर दस्तक देगी। हालांकि, अब तक जीपी का कोई सुराग नहीं मिला है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के आला अधिकारियों ने बताया कि हैंडराइटिंग कमेटी ने पुलिस अकादमी की फाइल में साइन और अन्य दस्तावेज को खंगाला और मिलान किया। जीपी के बंगले से जो कागज मिले हैं, उसमें कुछ हाथ से लिखे हैं तो कुछ प्रिंटेड हैं।

प्रिंटेड दस्तावेज किस कंप्यूटर से निकाला गए हैं, उसकी भी जांच की जा रही है। इधर, पुलिस ने जीपी सिंह के सरकारी बंगले पर निगरानी बढ़ा दी है। आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में 15 पुलिसकर्मियों की तीन टीम को तैनात की गई है। जीपी के निवास के पास रुकने वाले हर शख्स की जानकारी पुलिस अधिकारियों को दी जा रही है। एसीबी और पुलिस में जीपी सिंह के करीबियों का रिकॉर्ड भी तैयार किया जा रहा है।

डायरी से सबूत तलाश रही पुलिस

जीपी सिंह के आवास से बरामद डायरी के पन्ने-पन्ने को पढ़कर नए तथ्यों की पुलिस तलाश कर रही है। एसीबी के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो जीपी के घर से मिली डायरी में सरकार और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के खिलाफ ढेरों बातें हैं। यही नहीं, कई आइएएस और आइपीएस के बारे में ऐसी टिप्पणी हैं कि पुलिस पढ़कर दंग रह गई। चर्चा है कि डायरी में कुछ अधिकारियों की निजी बातें भी लिखी गई है। हालांकि, इन बातों का ब्योरा एसीबी ने अब तक सार्वजनिक नहीं किया है।

Richa Sahay

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