रायपुर । छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने संबोधन की शुरुआत जय जोहार के साथ की। उन्होंने कहा कि आपको देखकर मुझे ओडिशा विधानसभा में अपने पुराने दिनों की याद आ गई।
छत्तीसगढ़िया, सबले बढ़िया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह की बधाई दी। छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में हुई थी। विधायक की जिम्मेदारी निभाना जनसेवक के भावना से बड़े सौभाग्य की बात होती है। इस विधानसभा की इतिहास को जानकर ये मान्यता मजबूत हुई है कि छत्तीसगढ़िया, सबले बढ़िया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा छत्तीसगढ़ से मुझे लगाव है। मैं 5-6 बार यहां आ चुकी हूं। यहां के लोग बहुत अच्छे हैं। इसलिए छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया कहते हैं।
नारी शक्ती के रूप में ये राज्य स्थापित
छत्तीसगढ़ राज्य को मातृशक्ति का रूप कहा जा सकता है। जैसा यहां शबरी माता का उल्लेख किया गया। यहां छत्तीसगढ़ की महतारी के बारे में गाया जाता है। ये राज्य भारत माता का साक्षात प्रतीक है। नारी शक्ती के रूप में ये राज्य स्थापित है। भारत के संसदीय परंपरा में उनका सम्मानीय स्थान है। साथ हो उन्होंने महिला सदस्यों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने किया पौधारोपण
छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रांगण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कदम्ब का पौधा रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का महत्वपूर्ण संदेश दिया।