रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह द्वारा राजनांदगाँव में भाजपा महापौर प्रत्याशी के समर्थन में आहूत एक कार्यक्रम में शामिल होने पर चुनाव आयोग को लिखी गई चिठ्ठी को कांग्रेस नेताओं के दिमागी दीवालियापन का परिचायक बताया है।संजय श्रीवास्तव ने कहा कि लगातार हार से हताश और बौखलाई कांग्रेस राजनीतिक मूर्खता की पराकाष्ठा कर रही है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद को संवैधानिक पद बताकर डॉ. सिंह के भाजपा के कार्यक्रम में शामिल होने को संविधान का उल्लंघन बता रहे कांग्रेसियों में जरा भी शर्म बाकी नहीं रह गई है। मुद्दों के संकट से जूझ रही कांग्रेस हर बार खाली संविधान-संविधान की रट लगा रही है, जबकि वे न तो संविधान पढ़ते हैं, न संविधान को मानते हैं।
संजय श्रीवास्तव ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए चरणदास महंत के कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन, कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस के राजनीतिक आंदोलन में भाग लेने पर कांग्रेसियों ने तब मुँह में दही जमा रखा था। तब क्या महंत द्वारा संवैधानिक पद की गरिमा और संविधान के उल्लंघन को लेकर कांग्रेसियों के ज्ञान को लकवा मार गया था? कांग्रेस नेता पहले चुनाव आचार संहिता, संवैधानिक प्रावधानों का ज्ञान ले लें।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्रीवास्तव ने बताया कि केंद्रीय चुनाव आयोग ने मध्यप्रदेश विधानसभा के स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर के विरुद्ध की गई इसी आशय की शिकायत पर स्पष्ट किया है कि विधानसभा स्पीकर के राजनीतिक और चुनावी अभियान में भाग लेने पर किसी तरह की रोक या पाबंदी नहीं हैं। आयोग का कहना है कि स्पीकर भी सदन का एक निर्वाचित सदस्य होता है। स्पीकर पर आदर्श आचार संहिता के वही सारे नियम लागू होते हैं, जो एक राजनीतिक व्यक्ति पर लागू होते हैं।
श्रीवास्तव ने कहा कि अपने ऐसे ही अधकचरे ज्ञान के चलते कांग्रेस के नेता खुद की जगहँसाई कराते रहते हैं । और वैचारिक तौर पर अपनी कंगाली का प्रदर्शन करके हर बार मुँह की खाते रहते हैं।
भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा कि दरअसल डॉ. रमन सिंह से कांग्रेस आज भी खौफ खाती है। डॉ. सिंह तो अपने ही विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के कार्यक्रम में शामिल होकर आए हैं, बाकी विधानसभा क्षेत्रों में तो गए ही नहीं। तब कांग्रेस नेताओं की बदहवासी का यह आलम है।
अगर डॉ. सिंह बाकी विधानसभा क्षेत्रों में जाते तो कांग्रेस नेता तो ता-ता थैया करने लग जाते। श्रीवास्तव ने कहा कि आज कांग्रेस पूरी तरीके से वैचारिक दिवालिएपन की शिकार है, मुद्दों के अभाव में है और बौखला गई है। जिस प्रकार से कांग्रेस की हर चुनाव में हार-पर-हार हो रही है और अभी भी निकाय चुनावों में बड़ी हार कांग्रेस की होनी तयशुदा है, इसलिए कांग्रेस नेता किंकर्तव्यविमूढ़ हो गए हैं और उनकी राजनीतिक समझ पर पाला पड़ता जा रहा है।