रायपुर । छत्तीसगढ़ के सभी जिलों और विशेषकर बड़े चावल उत्पादन केंद्रों के राइस मिलरों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और खाद्य विभाग के सचिव, एमडी और अन्य शासकीय अधिकारियों से मुलाकात की।मुलाकात के बाद मांगों के संबंध में मिले आश्वासन के बाद राइस मिलर्स ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा की।
इन मांगों को मिली सरकार की मंजूरी
नीर भवन में डिप्टी CM अरुण साव, मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल के साथ हुई बैठक के बाद मिलर्स ने असहयोग खत्म कर दिया है। बैठक के बाद मिलर्स ने कहा है कि सरकार ने सभी लंबित मांगें मान ली है। प्रशासनिक अड़चन दूर कर लंबित राशि का भुगतान किया जायेगा। वास्तविक भाड़ा को लेकर भी सरकार ने मांग मान ली है। मिलर्स ने सरकार पर भरोसा जताया है और धान का उठाव शुरू कर दिया गया है। गतिरोध दूर करने को लेकर मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि मिलर्स की मांगों पर सरकार ने पहले ही सहमति दे दी है। मिलर्स डीओ कटा रहे हैं, धान का उठाव भी लगातार कर रहे हैं। सरकार किसानों के साथ है, धान खरीदी लगातार जारी रहेगी।
आपको बता दें कि राईस मिलर्स कस्टम मिलिंग में खामियों को और अपनी मांगों को लेकर लगातार सरकार का विरोध कर रही थी और वर्तमान में धान खरीदी केंद्रों से राईस मिलर्स ने धान का उठाव बंद कर दिया था जिसके कारण सरकार भी बैकफुट पर नजर आ रही है।
छत्तीसगढ़ के राइस मिलर्स शासन के आश्वासन से पूरी तरह संतुष्ट हैं। मिलर्स ने यह तय किया है कि आने वाले समय में राइस मिलरों की मांगों को मंच देने हम संभागीय टीम बनायेंगे। यह टीम समय-समय पर चर्चा कर मिलरों की समस्याओं से शासन को अवगत कराएगी। मिलर्स ने स्पष्ट किया है कि सभी राइस मिलर एकजुट हैं। हम शासन तक अपनी बात पहुँचाने के लिए सक्षम हैं। किसी तीसरे पक्ष को हमारे मामले में दखल देने की आवश्यकता नहीं है।
प्रदेश में कुछ निहित स्वार्थी समूह लगातार किसान और मिलरों के विषय में भ्रम फैलाने में लगे थे। आज की बातचीत के बाद उस भ्रम का पूरी तरह से निवारण हो गया है। किसानों के हित में मिलर्स सरकार के साथ खड़े हैं। मिलर्स ने कहा कि शासन द्वारा खरीदे गए धान का दाना-दाना मीलिंग करने हम प्रतिबद्ध है। प्रदेश की जनता के हित में सभी मिलर्स काम पर जुट गए हैं। धान का उठाव शुरू हो गया है। मिलर्स ने अपनी हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की है।